उत्तरपाड़ा में सफाईकर्मियों की हड़ताल से शहर बेहाल

उत्तरपाड़ा नगरपालिका क्षेत्र में सफाई व्यवस्था पिछले पांच दिनों से पूरी तरह ठप है.

By SUBODH KUMAR SINGH | May 21, 2025 1:26 AM
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पांच दिन से सफाई व्यवस्था ठप , सड़कों पर गंदगी का अंबार

प्रतिनिधि, हुगली.

उत्तरपाड़ा नगरपालिका क्षेत्र में सफाई व्यवस्था पिछले पांच दिनों से पूरी तरह ठप है. संविदा पर कार्यरत सफाईकर्मियों की हड़ताल के चलते सड़कों पर जगह-जगह कचरे के ढेर लग गये हैं. इससे दुर्गंध फैलने के साथ मच्छरों और मक्खियों का प्रकोप बढ़ गया है. मच्छरजनित बीमारियों के फैलने का खतरा भी बढ़ता जा रहा है.

वेतन और अधिकारों को लेकर हड़ताल पर सफाईकर्मी : हड़ताल पर गये सफाईकर्मियों का आरोप है कि वे बीते पांच वर्षों से वेतनवृद्धि से वंचित हैं, जबकि वे शहर को साफ-सुथरा रखने जैसे जरूरी कार्यों में लगे हैं. उनका कहना है कि उन्हें सरकार द्वारा तय न्यूनतम मजदूरी भी नहीं दी जा रही. साथ ही, उनसे महीने में 27 दिन काम करवाकर 25 दिन का ही वेतन दिया जाता है.

कर्मचारियों ने यह भी बताया कि उनके वेतन से सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के नाम पर पैसे काटे जाते हैं, लेकिन वह रकम संबंधित योजनाओं में जमा नहीं होती. सफाईकर्मियों ने कई बार ठेका एजेंसी और नगरपालिका को इस समस्या की जानकारी दी, लेकिन उन्हें अनसुना कर दिया गया. मजबूरन अब उन्होंने काम बंद कर दिया है. उनका कहना है कि जब तक मांगे पूरी नहीं होतीं, वे काम पर वापस नहीं लौटेंगे.

शहरवासियों में नाराजगी, प्रशासन से जवाब तलब : इस स्थिति से नागरिकों में रोष है. लोगों का कहना है कि नगरपालिका पहले से ही घर-घर से कचरा उठाने के नाम पर कर वसूल रही है, तो फिर सफाई व्यवस्था चार-पांच दिनों से पूरी तरह ठप क्यों है? सवाल यह भी उठ रहा है कि नगरपालिका प्रशासन अब तक कोई ठोस पहल क्यों नहीं कर पाया है. फिलहाल शहर की सड़कें कचरे के ढेर से पट चुकी हैं.

प्रशासन का जवाब, जल्द समाधान की उम्मीद : इस बारे में नगरपालिका चेयरमैन दिलीप यादव ने कहा कि यदि किसी कर्मचारी को कोई शिकायत थी तो उसे लिखित रूप में दी जानी चाहिए थी. उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोगों के बहकावे में आकर हड़ताल जैसा कदम उठाया गया. दिलीप यादव ने बताया कि इस विषय पर सोमवार को बोर्ड की बैठक हो चुकी है और मंगलवार को कुछ हड़ताली कर्मियों से बातचीत भी होनी है. उन्होंने भरोसा जताया कि जल्द ही कोई समाधान निकलेगा.

वहीं नगरपालिका प्रशासन ने ठेका एजेंसी को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है. यदि उनकी ओर से मिले जवाब में गड़बड़ी पायी जाती है तो कानून के तहत कार्रवाई की जायेगी. फिलहाल शहरवासी यही उम्मीद कर रहे हैं कि यह संकट जल्द खत्म हो और शहर में दोबारा स्वच्छता व्यवस्था बहाल हो.

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