यूजी स्तर पर डेटा साइंस व एआइ जैसे पाठयक्रम शुरू कर रहे कॉलेज

कुछ प्रिंसिपलों का कहना है कि स्कूल की परीक्षाओं के बाद बंगाल से छात्रों का पलायन हो रहा है, क्योंकि कई कॉलेजों में उनके मुताबिक अपडेट कोर्स नहीं हैं.

By GANESH MAHTO | June 2, 2025 1:08 AM
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अपडेट कोर्स की कमी के कारण राज्य से छात्रों के पलायन से निबटने की कवायद कोलकाता. पश्चिम बंगाल बोर्ड के अलावा सभी बोर्ड की 12वीं के नतीजे निकल चुके हैं. कुछ कॉलेज छात्रों को आकर्षित करने के लिए यूजी स्तर पर डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) जैसे नये पाठ्यक्रम शुरू करने जा रहे हैं. कुछ छात्र जो पहले पारंपरिक इंजीनियरिंग डिग्री लेना चाहते थे, अब उनका का रुझान एआइ की ओर बढ़ रहा है. कई कॉलेज और विश्वविद्यालय स्नातक स्तर पर डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे पाठ्यक्रम शुरू कर रहे हैं, ताकि बेहतर नौकरी का वादा करने वाले पाठ्यक्रमों को करने की इच्छा रखने वाले छात्रों को आकर्षित किया जा सके. कुछ प्रिंसिपलों का कहना है कि स्कूल की परीक्षाओं के बाद बंगाल से छात्रों का पलायन हो रहा है, क्योंकि कई कॉलेजों में उनके मुताबिक अपडेट कोर्स नहीं हैं. नये पाठ्यक्रमों की किल्लत को ही इस पलायन का कारण माना जा रहा है. सेंट जेवियर्स कॉलेज ने इस शैक्षणिक वर्ष में डेटा साइंस में बीएससी शुरू किया है. वहीं, सिस्टर निवेदिता विश्वविद्यालय ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, डेटा एनालिटिक्स और सिस्टम इंजीनियरिंग में बीटेक शुरू किया है. सेंट जेवियर्स यूनिवर्सिटी ने डेटा साइंस और सांख्यिकी में बीएससी शुरू किया है. इसके अलावा एडमास यूनिवर्सिटी ने इस साल अपने माइक्रोबायोलॉजी कोर्स के माध्यम से जीव विज्ञान में एआइ शुरू करने का फैसला किया है. राज्य सहायता प्राप्त संस्थानों में प्रेसिडेंसी यूनिवर्सिटी अगले साल अपने स्कूल ऑफ पब्लिक पॉलिसी एंड डेटा साइंस के माध्यम से डेटा साइंस में एक एकीकृत बीएससी और एमएससी कार्यक्रम शुरू करेगी. सेंट जेवियर्स कॉलेज (पार्क स्ट्रीट) के प्रिंसिपल फादर डोमिनिक सैवियो ने कहा कि छात्रों के बीच बढ़ती मांग के कारण डेटा साइंस कोर्स शुरू किया गया. ऐसे कोर्स बेहतर नौकरी के अवसर सुनिश्चित करते हैं. प्लेसमेंट के अलावा, ये कोर्स छात्रों के पलायन को रोकने में भी मदद करते हैं, क्योंकि वे यहां नवीनतम विषयों को आगे बढ़ा सकेंगे. एनएएसी (नैक) द्वारा कॉलेज को पिछले साल फिर से मान्यता दी थी. नैक की टीम ने भी हमें नौकरी-उन्मुख पाठ्यक्रम शुरू करने की सलाह दी थी. कॉलेज ने डेटा साइंस में एमएससी शुरू किया है. एमएससी में प्लेसमेंट रिकॉर्ड बहुत बढ़िया रहा है. दो बैचों में 90 प्रतिशत प्लेसमेंट हुआ, इसलिए इस साल हमने बीएससी स्तर पर डेटा साइंस शुरू करने के बारे में सोचा. न्यूटाउन स्थित सेंट जेवियर्स यूनिवर्सिटी के कुलपति फादर फेलिक्स राज ने कहा कि इस साल वे ‘डेटा साइंस और सांख्यिकी’ शुरू कर रहे हैं. लेकिन अगले साल वे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग में बीटेक शुरू करेंगे. वीसी ने कहा कि अगर हमें प्रतिभाशाली छात्रों के पलायन को रोकना है, तो हमें ऐसे कोर्स शुरू करने के बारे में सोचना होगा, जिनकी मांग है. ध्यान रहे, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आठ जनवरी को यूनिवर्सिटी के कुलपतियों और कॉलेज प्रिंसिपलों से कहा था कि वे समय की मांग को समझते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और डेटा साइंस जैसे विषयों को शुरू करने पर “ध्यान केंद्रित करें’. राज्य शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि हमने देखा है कि कई छात्र 12वीं की परीक्षा देने के बाद स्नातक की पढ़ाई करने के लिए बंगाल छोड़ देते हैं. हो सकता है कि अगर नये जमाने के कोर्स शुरू किये जायें, तो वे यहां पढ़ने में रुचि लें. आइआइटी खड़गपुर में कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग के पूर्व प्रोफेसर और जादवपुर विश्वविद्यालय में राजा रमन्ना चेयर के प्रोफेसर अनुपम बसु ने कहा कि नये युग के क्षेत्रों में पाठ्यक्रम शुरू करते समय, संस्थानों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि नवीनतम बुनियादी ढांचा और योग्य फैकल्टी मौजूद हों. अगर आवश्यक निवेश नहीं किया जाता है, तो छात्रों के पलायन को रोका नहीं जा सकता है.

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