भाजपा ने आरोप लगाया कि गणेश की हत्या सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) के सदस्यों द्वारा की गयी. वहीं राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी ने सभी आरोपों से इनकार किया है. बताया जा रहा है कि गणेश रॉय शनिवार शाम से लापता थे. पुलिस ने कहा कि उनकी मौत के पीछे की परिस्थितियों की जांच की जा रही है.
भाजपा के महासचिव व प्रदेश भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने ट्वीट किया कि भय, आतंक, गुंडागर्दी, आराजकता और हिंसा जब किसी राजनीतिक दल की कार्यशैली का अधिकृत अंग हो जाये, तो समझ लीजिए उसका अंत निकट है. उसका जनता के बीच जाने का साहस खत्म हो गया है. वो जनता को भयाक्रांत कर उन्हें दूर भगाना चाहती है. उन्होंने कहा कि बंगाल का बच्चा- बच्चा बोल रहा है. ममता शासन डोल रहा है. गणेश राय का बलिदान व्यवस्था परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त करेगा.
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भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष (Dilip Ghosh) ने आरोप लगाया कि गणेश रॉय की हत्या कर तृणमूल ने फिर उनका शव पेड़ से लटका दिया गया. उन्होंने कहा कि ये सब कुछ आधी रात में किया गया, ताकि इलाके में उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं में दहशत फैलायी जा सके.
गौरतलब है कि विगत 28 जुलाई, 2020 को पूर्वी मिदनापुर जिले के हल्दिया में एक भाजपा के बूथ अध्यक्ष का शव लटका मिला था. उस घटना से पहले भाजपा नेता और हेमताबाद के विधायक देवेंद्र नाथ रॉय (Devendra Nath Roy) का शव उत्तर दिनाजपुर जिले में उनके घर के पास भी लटका मिला था. उनके परिवार ने आरोप लगाया था कि तृणमूल कांग्रेस ने उनकी हत्या की है, लेकिन सत्तारूढ़ दल ने फिर से सभी आरोपों को नकार दिया था और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा था यह आत्महत्या का मामला है. कल इस बाबत दायर आरोप पत्र में भी आत्महत्या ही करार दिया गया है. पिछले कुछ वर्षों में बंगाल में कई भाजपा कार्यकर्ताओं के शव राज्य के विभिन्न हिस्सों में लटके मिले हैं.
Posted By : Samir Ranjan.