संवाददाता, कोलकाता
मुर्शिदाबाद जिले के शमशेरगंज में हुई सांप्रदायिक हिंसा की घटना के बाद कलकत्ता हाइकोर्ट ने इलाके में केंद्रीय सुरक्षा बलों को तैनात करने का आदेश दिया था. गुरुवार को मामले की सुनवाई के दौरान हाइकोर्ट के न्यायाधीश ने कहा कि शमशेरगंज में केंद्रीय सुरक्षा बल की तैनाती जारी रहेगी. इसके साथ ही कलकत्ता उच्च न्यायालय ने शमशेरगंज में हुई हिंसा की जांच की प्रगति पर राज्य से रिपोर्ट मांगी है. अदालत ने गुरुवार को कहा कि घटना को चार महीने बीत चुके हैं. अब एसआइटी को जांच पूरी कर लेनी चाहिए. पीठ ने अपनी टिप्पणी में कहा कि अगली सुनवाई से पहले जांच पूरी हो जानी चाहिए. इसके साथ ही पीठ ने मुख्य आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई का आदेश दिया. अदालत ने राज्य के डीजी को पूरी घटना पर एक रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है.
साथ ही, अदालत ने कहा कि अगले आदेश तक शमशेरगंज में बीएसएफ की 10 कंपनियां तैनात रहेंगी. मामले की अगली सुनवाई सात सप्ताह बाद होगी. गौरतलब है कि हाल ही में शमशेरगंज में हुई अशांति में हरगोबिंद दास और चंदन दास की हत्या हो गयी थी. बाद में, उच्च न्यायालय में एक मामला दायर किया गया था. कथित तौर पर, घटना का मुख्य आरोपी अभी भी फरार हैं. गुरुवार को सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति सौमेन सेन की खंडपीठ ने एसआइटी को आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया.
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