कई मामलों में शादी से पहले दूल्हा-दुल्हन के परिवार एक-दूसरे के कुल, वंश आदि की बारीकी से जांच करते हैं.
By AKHILESH KUMAR SINGH | July 16, 2025 1:42 AM
संवाददाता, कोलकाताकई मामलों में शादी से पहले दूल्हा-दुल्हन के परिवार एक-दूसरे के कुल, वंश आदि की बारीकी से जांच करते हैं. रिश्ते वंश के आधार पर तय होते हैं. इस बार अलीपुर चिड़ियाघर भी गोत्र और जनजाति को देखकर बाघ और शेर के साथी का चयन करेगा. नया साथी किस वंश से है? क्या पिता और दादा के रक्त में कोई दोष तो नहीं है? यह पहल आनुवंशिक समस्याओं से बचाने के लिए है. अनुवांशिक समस्याओं के कारण अलीपुर चिड़ियाघर के अधिकारियों ने जंगली जानवरों के अंतर-पारिवारिक प्रजनन पर रोक लगा दी है, इसीलिए प्रत्येक जानवरों की वंशावली तैयार की जा रही है. इसके साथ ही, भारतीय प्राणी सर्वेक्षण द्वारा डीएनए परीक्षण भी किया जा रहा है.
अलीपुर चिड़ियाघर के निदेशक अरुण मुखर्जी ने कहा : प्रत्येक के लिए एक पुस्तिका तैयार की जा रही है. सभी विवरण एकत्र किये जा रहे हैं, जैसे कि उन्हें कब और कहां से लाया गया, उनके माता-पिता किस परिवार से हैं, उनके भाई-बहन कौन हैं, उनके दादा-दादी किस वंश से हैं. वर्तमान में, बाघों, शेरों, हाथियों, जिराफों, जेबरा के लिए पुस्तिकाएं तैयार की जा रही हैं. पुस्तिका में यह भी विस्तृत जानकारी होती है कि वे कितना खाना खाते हैं, क्या खाते हैं, क्या उन्हें पहले कोई बड़ी बीमारी या सर्जरी हुई है. परिणामस्वरूप, बीमारियों और व्याधियों का इलाज आसान हो जायेगा, ताकि जरूरत पड़ने पर उन तक जल्दी पहुंचा जा सके.
आनुवंशिक समस्याओं से बचने के लिए तैयार की जा रही वंशावली :
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