कोलकाता. पश्चिम बंगाल में एक बार फिर राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) नोटिस को लेकर हलचल मच गयी है. इस बार फालाकाटा की निवासी अंजलि शील को असम के फॉरेनर्स ट्राइब्यूनल से नोटिस भेजा गया है. इस नोटिस में उन्हें 19 अगस्त को ट्राइब्यूनल के सामने पेश होकर अपनी भारतीय नागरिकता प्रमाणित करने के लिए कहा गया है. शुक्रवार को फालाकाटा पुलिस स्टेशन के माध्यम से यह नोटिस अंजलि के घर पहुंचाया गया. नोटिस मिलने के बाद अंजलि शील ने इसकी सत्यता पर सवाल उठाते हुए कहा : पहले मैं यह जांच करूंगी कि यह नोटिस असली है या नहीं. फिर जो भी कदम उठाना होगा, उठाऊंगी. बता दें कि कुछ दिन पहले कूचबिहार के उत्तम कुमार ब्रजवासी को भी ऐसा ही नोटिस मिला था, जिसके बाद राज्य की राजनीति में भूचाल आ गया था. अब एक बार फिर एनआरसी नोटिस भेजे जाने से यह सवाल उठ रहा है कि क्या बंगाल के लोगों को एक-एक कर इस प्रक्रिया में घसीटा जा रहा है? राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने इस पर कड़ा विरोध जताया है. 21 जुलाई की सभा में सीएम ममता बनर्जी ने उत्तम कुमार ब्रजवासी को मंच पर अपने साथ लेकर कहा था कि जरूरत पड़ने पर सभी लोग मिलकर असम जाकर विरोध करेंगे. ज्ञात हो कि अंजलि शील का जन्म असम में हुआ था,और उनके पति का जन्म भी वहीं हुआ था. हालांकि, वे वर्षों पहले उत्तर बंगाल में आकर बस गये थे और अब उनका स्थायी निवास फालाकाटा में है. ऐसे में उन्हें असम से भेजे गये नोटिस पर लोग आश्चर्य व्यक्त कर रहे हैं. तृणमूल और कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने अंजलि शील को हर संभव कानूनी मदद देने का आश्वासन दिया है. अंजलि ने भी स्पष्ट किया है कि वह डरने वाली नहीं हैं और कानूनी रूप से इस नोटिस का जवाब देंगी.
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