रिजेंट पार्क थाना क्षेत्र के आनंदपल्ली पश्चिम की घटना
संवाददाता, कोलकातापरिवार के सदस्यों का दावा है कि मन ही मन इसी डर से वह परेशान रहा करते थे. अनुमान लगाया जा रहा है कि एनआरसी लागू होने पर उनके साथ उनके परिवार के सदस्यों को बांग्लादेश भेज दिये जाने के डर से उन्होंने आत्महत्या करने का फैसला लिया. पुलिस का कहना है कि उनके कमरे से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है. उसे कब्जे में लेकर उसकी लिखावट की जांच के लिए हैंड राइटिंग एक्सपर्ट के पास जांच के लिए भेजा गया है. जिससे यह पता चल सके कि सुसाइड नोट में लिखावट उनकी (दिलीप साहा) की है या नहीं.
एक सप्ताह से घर से बाहर निकलना कर दिया था बंद:
परिवार के सदस्यों ने दावे से कहा कि दिलीप साहा कई महीनों से बंगाल में एनआरसी लागू होने की दहशत में जी रहे थे. उन्हें लग रहा था कि अगर इस राज्य में एनआरसी लागू हो गया, तो उन्हें बांग्लादेश भेज दिया जायेगा. इसी दहशत के चलते उन्होंने पिछले एक सप्ताह से घर से बाहर निकलना बंद कर दिया था. वह घर पर ही रहकर टीवी देखते रहते थे. उसके बाद ही कमरे से उसकी लाश बरामद हुई. परिवार का दावा है कि उन्होंने इस राज्य में एनआरसी लागू होने की दहशत के चलते आत्महत्या की है. हालांकि, पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि इसके पीछे कोई और वजह है या नहीं.बुजुर्ग की मौत की जिम्मेदार भाजपा है : तृणमूल:
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