सरकार से समन्वय में रहेगा ””प्रगतिशील आलू उत्पादक और व्यापारी संघ””, बेचाराम मन्ना ने दी जानकारी
संवाददाता, कोलकाता.
आलू की खेती करने वाले किसान और व्यवसायियों के लिए एक नया संगठन का गठन किया गया है, जिसका उद्देश्य किसानों और व्यापारियों दोनों के हितों की रक्षा करना और संकट के समय में राज्य सरकार को सहयोग प्रदान करना है. इस नये संगठन का नाम ””””””””पश्चिम बंग प्रगतिशील आलू उत्पादक और व्यापारी संघ”””””””” (पीपीपीजी एंड टीए) रखा गया है.
तारकेश्वर नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष स्वपन सामंत को संयोजक बनाया गया है. संगठन की पहली बैठक रविवार को हुगली के हरिपाल बीडीओ सभाघर में 200 से अधिक आलू व्यापारियों की उपस्थिति में हुई. यह जानकारी राज्य के कृषि विपणन मंत्री बेचाराम मन्ना ने दी. गौरतलब है कि नवंबर 2024 में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के कृषि विपणन मंत्री बेचाराम मन्ना के नेतृत्व में एक समिति बनायी थी, जिसका उद्देश्य पश्चिम बंगाल प्रगतिशील आलू व्यवसायी समिति (डब्ल्यूबीपीएबीएस) के समानांतर एक संघ बनाना था, जिसे माकपा का समर्थन प्राप्त है. आरोप है कि पिछले तीन-चार वर्षों से डब्ल्यूबीपीएबीएस राज्य सरकार को अंधेरे में रखकर मनमाने फैसले ले रहा है. ऐसे में गठित पीपीपीजी एंड टीए राज्य सरकार से परामर्श करेगी और ऐसा कोई निर्णय नहीं लेगी जिससे आम लोगों को असुविधा हो. श्री मन्ना ने कहा, यह संगठन धीरे-धीरे राज्य के सभी ब्लॉकों में गठित किया जायेगा और किसानों के कल्याण के लिए काम करेगा. संगठन के सलाहकारों में मंत्री शोभन देव चट्टोपाध्याय, प्रदीप मजूमदार, बेचाराम मन्ना, राज्य मंत्री सिउली साहा, श्रीकांत महतो, विधायक करबी मन्ना, रामेंदु सिन्हा रॉय, रवींद्रनाथ चटर्जी, मधुसूदन चटर्जी, उत्तरा सिन्हा हाजरा, खोकन दास, निशिथ कुमार प्रमाणिक और देबी प्रसाद बाग शामिल होंगे. सलाहकार निकाय में शामिल विधायक उन निर्वाचन क्षेत्रों से आते हैं जहां बड़े पैमाने पर आलू की खेती होती है.
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