कोलकाता. कलकत्ता चेंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से शुक्रवार को विजनरी टॉक ऑन इंडिया @2047 और विकसित भारत पर एक विशेष सत्र आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि अर्थशास्त्री डॉ राकेश मोहन (सेंटर फॉर सोशल एंड इकोनॉमिक प्रोग्रेस के अध्यक्ष एमेरिटस और प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य) उपस्थित थे. चेंबर के अध्यक्ष हरि शंकर हलवासिया ने नीति संवाद को आकार देने और आर्थिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने में संस्थान की भूमिका पर जोर दिया. डॉ राकेश ने भारत के आर्थिक रोडमैप पर बहुमूल्य जानकारी दी, जिसमें समावेशी और सतत विकास के महत्व पर जोर दिया गया. रेलवे से लेकर अनुसंधान और विकास विभाग, भूमि की अनुपलब्धता से लेकर ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग, दूरसंचार से लेकर फार्मास्युटिकल से लेकर स्टार्टअप और कई अन्य क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया. उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनने की राह पर है. अमृत काल का लक्ष्य एक ऐसा एकीकृत भारत बनाना है, जहां सुविधाओं का स्तर गांवों और शहरों को विभाजित न करे. उन्होंने भारत की बढ़ती जीडीपी पर भी प्रकाश डाला. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि किन क्षेत्रों में अभी भी बड़े सुधार की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2070 तक भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश होगा. पूर्व अध्यक्ष राजकुमार छाजेड़ ने सत्र की अध्यक्षता की और सरकार के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए व्यापक आर्थिक नियोजन के महत्व को रेखांकित करते हुए विकसित भारत पर संवाद के लिए चैंबर की प्रतिबद्धता की सराहना की.
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