संवाददाता, कोलकाता
मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने आगामी रथयात्रा उत्सव को लेकर सभी मंत्रियों व विधायकों को बड़ा निर्देश दिया है. सोमवार को विधानसभा परिसर में स्थित अपने कार्यालय में कैबिनेट बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों व पार्टी विधायकों को अपने-अपने क्षेत्र में रथयात्रा उत्सव मनाने का निर्देश दिया. गौरतलब है कि आगामी 27 जून को रथ यात्रा निकाली जायेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा है कि रथयात्रा उत्सव के दिन सभी विधायक अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में मौजूद रहेंगे और हर विधानसभा क्षेत्र में रथ यात्रा निकाली जायेगी. मुख्यमंत्री ने कहा है कि स्थानीय विधायकों को उक्त रथयात्रा उत्सव में मौजूद रहना होगा.
सूत्रों के अनुसार, दीघा में नये जगन्नाथ मंदिर के निर्माण के बाद राज्य सरकार ने इस बार पश्चिम बंगाल में बड़े पैमाने पर रथयात्रा उत्सव मनाने का फैसला किया है. अप्रैल के अंत में दीघा में जगन्नाथ मंदिर के उद्घाटन के बाद से लोगों में रथयात्रा उत्सव को लेकर उत्सुकता बढ़ गयी है. इस वर्ष दीघा में पहली बार भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा की रथ यात्रा निकलेगी. मंदिर प्रशासन उस यात्रा की तैयारियां कर रहा है और राज्य व जिला प्रशासन ने भी अंतिम तैयारियां शुरू कर दी हैं. बताया गया है कि रथ यात्रा के दिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दीघा में रहेंगी और रथ की रस्सी खींचकर रथयात्रा उत्सव की शुरुआत करेंगी.
रथयात्रा उत्सव के दौरान दीघा में सुरक्षा-व्यवस्था चाक चौबंद करने के निर्देश : सोमवार को कैबिनेट बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य के मुख्य सचिव, डीजीपी सहित अन्य पदाधिकारियों से दीघा में सुरक्षा-व्यवस्था को चाक-चौबंद करने का निर्देश दिया. सीएम ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिया कि दीघा में मंदिर के बगल में सड़क के दोनों ओर बैरिकेडिंग होगी और आम लोग इसके अंदर होंगे. लेकिन प्रशासन को ऐसी व्यवस्था करनी होगी कि हर कोई रथ की रस्सी को छू सके. रथयात्रा के दिन दीघा में मंत्रियों में अरूप रॉय, चंद्रिमा भट्टाचार्य, इंद्रनील सेन, सुजीत बसु मौजूद रहेंगे.
जगन्नाथ मंदिर के प्रसाद वितरण की तिथि में हुआ बदलाव : राज्य सचिवालय से मिली जानकारी के अनुसार, दीघा जगन्नाथ मंदिर प्रसाद वितरण की तिथि में बदलाव किया गया है.
17 जून से 27 जून की जगह अब राज्य सरकार की ओर से 20 जून से चार जुलाई तक घर-घर प्रसाद का वितरण किया जायेगा. बताया गया है कि ””दुआरे राशन”” परियोजना के माध्यम से राज्य के हर जिले के लोगों तक भगवान जगन्नाथ का प्रसाद पहुंचाया जायेगा, ताकि कोई भी व्यक्ति इस दिव्य प्रसाद से वंचित न रहे. इस विशेष महाप्रसाद में भगवान प्रभु जगन्नाथ को अर्पित खोया-खीर शामिल होगा, साथ ही पवित्र मंदिर की एक तस्वीर भी दी जायेगी.
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