राज्य में पारंपरिक उत्साह के साथ मनायी गयी ‘जमाई षष्ठी’

विवाहित बेटियां नयी साड़ियां पहनकर कुर्ता पहने अपने पतियों के साथ मायके जाती दिखीं.

By GANESH MAHTO | June 2, 2025 1:11 AM
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कोलकाता. रविवार को राज्य में ‘जमाई षष्ठी’ मनायी गयी, जिसमें दामादों का बड़े धूमधाम, रीति-रिवाज और स्वादिष्ट व्यंजनों के साथ स्वागत किया गया. पारंपरिक अनुष्ठान में सास पूजा करती हैं और दामादों की कलाई पर पवित्र धागा (षष्ठी सूत्र) बांधती हैं. वे दामादों की खुशहाली के लिए प्रार्थना करती हैं, जिसके बाद एक शानदार दावत का आयोजन होता है. कई लोगों के लिए यह दिन लंबे समय तक साथ रहने और परिवार के साथ घुलने-मिलने का भी अवसर होता है. राज्य में इस अवसर पर लोगों में सुबह से ही उत्साह दिखने लगा. विवाहित बेटियां नयी साड़ियां पहनकर कुर्ता पहने अपने पतियों के साथ मायके जाती दिखीं. शनिवार शाम और रविवार सुबह शहर के बाजरों में भारी भीड़ देखी गयी. कोलकाता और इसके उपनगरों में मिठाई की दुकानों पर लोगों की लंबी कतारें देखी गयीं. सुबह ही बाजारों में रौनक रही. बंगाली हिंदू परंपरा में जमाई षष्ठी, पारिवारिक सद्भाव और ससुराल वालों के बीच मधुर संबंध का प्रतीक है.

जमाई षष्ठी पर पुलिस के घोड़ों को मिला एसी ब्लॉक का तोहफा

एक पुलिस अधिकारी ने मजाकिया लहजे में कहा कि ये घोड़े हमारे लिए दामाद की तरह हैं. इसलिए जमाई षष्ठी के दिन उनके लिए यह नया एसी ब्लॉक एक उपहार है.

सेवानिवृत्त घोड़ों का भी रखा जायेगा ख्याल

अलीपुर बॉडीगार्ड लाइन में छह घोड़े सेवानिवृत्त हो चुके हैं. सामान्यतः एक घोड़ा 18 से 20 साल तक सक्रिय ड्यूटी करता है, जिसके बाद डॉक्टरों की सलाह पर उन्हें सेवानिवृत्त कर दिया जाता है. कोलकाता माउंटेड पुलिस सेवानिवृत्त और बूढ़े घोड़ों को भी अपने पास रखती है. इस नये वातानुकूलित ब्लॉक में उनके इलाज की भी पूरी व्यवस्था की गयी है.

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