संवाददाता, कोलकाता
प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र की दवाएं भी अब गुणवत्ता जांच में फेल हो रही हैं. केंद्रीय औषधि नियंत्रण निदेशालय की ओर से हाल ही में जारी एक सूची के अनुसार, बुखार की दवा पैरासिटामोल 500 मिलीग्राम गुणवत्ता जांच में फेल पायी गयी है. यह दवा विघटन परीक्षण में भी पास नहीं हो पायी. दूसरी ओर, विभिन्न राज्यों के औषधि नियंत्रण निदेशालयों द्वारा किये गये परीक्षणों में 130 अन्य दवाएं भी गुणवत्ता मानकों पर खरी नहीं उतरीं. केंद्रीय औषधि नियंत्रण निदेशालय के परीक्षण में 55 दवाएं फेल हुई हैं. इन दवाओं में बुखार, पेट दर्द, रक्तचाप, मधुमेह नियंत्रण, त्वचा रोग, गैस और सीने में जलन जैसी दैनिक उपयोग के लिए आवश्यक दवाएं में शामिल हैं. साथ ही, विभिन्न एंटीबायोटिक्स और कुछ जीवन रक्षक दवाएं भी इस सूची में हैं. मई महीने में कुल 196 दवाएं गुणवत्ता परीक्षण में फेल हुईं, जिनमें से दो दवाएं पूरी तरह से नकली पायी गयीं. केंद्रीय औषधि नियंत्रण निदेशालय ने एक अधिसूचना जारी कर यह जानकारी दी. फेल हुईं दवाओं की सूची में गैस की गोलियां, पैरासिटामोल, आइ ड्रॉप्स के साथ ही किडनी के रोगियों में एनीमिया के इलाज और दर्द निवारक इंजेक्शन जैसी महत्वपूर्ण दवाएं भी शामिल हैं. अप्रैल में निदेशालय को देश भर से विभिन्न दवाओं के नमूने की जांच संबंधी यह रिपोर्ट मिली थी.
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