बीएसएफ साउथ बंगाल फ्रंटियर के डीआइजी व वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी सुरजीत सिंह गुलेरिया ने बताया कि मंगलवार (30 जून, 2020) को मुखबिरों से मिली सूचना के आधार पर भारत- बांग्लादेश सीमा के पास हाथखोला इलाके में नजरदारी बढ़ाई गयी थी. बीएसएफ के जवानों की कमान असिस्टेंट कमांडेंट विनोद कुमार संभाले हुए थे.
सुबह करीब 7.30 बजे एक युवक की संदिग्ध गतिविधि देखी गयी, जो अंतरर्राष्ट्रीय सीमा के पास से हाथखोला गांव की ओर बढ़ रहा था. बीएसएफ के जवानों ने उन्हें रूकने को कहा, लेकिन वह भागने की कोशिश करने लगा, जिसे जल्द ही पकड़ लिया गया. उसके पास से 2 पैकेट जब्त किये गये, जिसमें सोने के बिस्कुट रखे थे. आरोपी का नाम आलामीन मंडल (25) है. वह हाथखोला गांव का ही निवासी है.
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पूछताछ में आरोपी ने एक अन्य तस्कर का नाम भी बताया है, जिसके लिए वह काम कर रहा था. उसे सोना व अन्य सामानों को एक स्थान से दूसरे स्थान पहुंचाने का काम करना पड़ता था. इसके एवज में उसे 600 रुपये मिलते थे.
बीएसएफ अधिकारी के अनुसार, पूछताछ में आरोपी ने यह भी कहा कि वह पुणे स्थित एक होटल में काम करता था, लेकिन लाॅकडाउन की वजह से उसकी नौकरी चली गयी और उसे वापस अपने गांव आना पड़ा. उसे दूसरी नौकरी नहीं मिल पा रही थी.
इसी बीच उसकी पहचान उसके गांव में रहने वाली एक महिला से हुई, जो तस्करी के कार्यों में लिप्त है. मंडल उसी महिला के लिए काम करने लगा. सोमवार (29 जून, 2020) की रात को बांग्लादेश के एक शख्स ने उसे सोने के बिस्कुट दिये थे. सोना उसी महिला तक पहुंचाना था. युवक की गिरफ्तारी की भनक मिलते ही महिला फरार हो गयी है.
Posted By : Samir ranjan.