कोलकाता. भाजपा शासित राज्यों में बांग्ला भाषियों को प्रताड़ित करने का आरोप लगा कर तृणमूल कांग्रेस ने रविवार को भाषा आंदोलन की शुरुआत की. इसी बीच, श्रीरामपुर के सांसद व तृणमूल नेता कल्याण बनर्जी ने प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए सोशल मीडिया के मंच एक्स पर पोस्ट किया : उन्होंने (प्रधानमंत्री ने) खुद कहा कि उनका जन्म बायोलॉजिकल नहीं है. उन्होंने खुद को ईश्वर का दूत बताया. अगर ऐसा है, तो वह किसी देश के नागरिक नहीं, बल्कि अलौकिक दुनिया के वासी हैं! उन्हें देवी-देवताओं की उस दुनिया में वापस पुश बैक कर देना चाहिए. श्री बनर्जी ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले वहां एसआइआर या मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण का काम शुरू कर दिया है. यह चिंता का विषय बनता जा रहा है. इसी बीच भाजपा शासित प्रदेशों में बांग्ला भाषियों को उत्पीड़ित करने का सिलसिला जारी है. क्या बंगाल के निवासी जो दूसरे राज्यों में रहते हैं, वे भारतीय नहीं हैं? मेरा मूल पता दिल्ली है. अगर घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया जाये, तो क्या मुझे अपने घर पर न पाना यह साबित करता है कि मैं इस देश का नागरिक नहीं हूं?
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