Kolkata Doctor Murder Case: आरजी कर अस्पताल के जूनियर डॉक्टरों का 12वें दिन प्रदर्शन जारी, सेवाएं रहीं प्रभावित
कोलकाता के आरजी कर अस्पताल के जूनियर डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या मामले में जूनियर डॉक्टरों ने 12 वें दिन भी हड़ताल जारी रखा. इस दौरान मरीजों को इलाज के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ा.
By Kunal Kishore | August 20, 2024 10:35 PM
Kolkata Doctor Murder Case : आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में जूनियर महिला डॉक्टर से दुष्कर्म व हत्या के विरोध में जूनियर डॉक्टरों के मंगलवार को 12वें दिन भी प्रदर्शन के कारण सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित रहीं. पश्चिम बंगाल में सरकार द्वारा संचालित कई अस्पतालों में मरीजों की लंबी कतारें देखी गयीं, जहां वरिष्ठ चिकित्सकों और सहायक प्रोफेसरों ने ओपीडी में मरीजों का उपचार किया.
श्यामबाजार में लोगों ने किया प्रदर्शन
आज शाम उत्तरी कोलकाता में श्यामबाजार में प्रदर्शनकारियों का हुजुम उमड़ पड़ा. हजारों की संख्या में लोग यहां घटना का विरोध करने सड़क पर उतरे. प्रदर्शनकारियों ने अपने मोबाइल के फ्लैश को जला कर अपना विरोध प्रकट किया. वहीं मंगलवार को पीड़िता के माता-पिता ने आंदोलनकारियों से गुहार लगायी है कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलता है, ऐसे ही आंदोलन जारी रखें. उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि न्याय होगा. वे न्यायिक मामलों पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि वे उन सभी लोगों के साथ हैं, जो न्याय के लिए लड़ रहे हैं. वे राज्य के साथ-साथ देश के लोगों से भी प्रार्थना करते हैं कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता, वे इसी तरह लड़ते रहें.
क्या कहना है प्रदर्शनकारी चिकित्सकों का ?
सरकारी अस्पताल के प्रदर्शनकारी चिकित्सकों में से एक ने कहा हमारी बहन को न्याय मिलने तक प्रदर्शन जारी रहेगा. हम कार्य स्थलों पर सुरक्षा भी चाहते हैं. हमारी मुख्य मांग दोषियों को सजा दिलाना है. घटना के बाद से देशभर के चिकित्सक मृतका के परिवार को न्याय दिलाने और कार्य स्थलों पर बेहतर सुरक्षा के लिए कानून लाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) ने पिछले सप्ताह कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के बाद कोलकाता पुलिस से इस मामले की जांच संभाली.
वहीं, मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरजी कर अस्पताल कांड को लेकर दिये गये फैसले का राज्य के जूनियर चिकित्सकों ने स्वागत किया है. हालांकि, उन्होंने कहा कि काम पर वापस लौटने के संबंध में अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है. इसे लेकर बैठक की जायेगी और उसके बाद ही निर्णय लिया जायेगा.