कोलकाता. सिलीगुड़ी से भाजपा विधायक व विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक डॉ शंकर घोष ने साॅल्टलेक स्थित भाजपा कार्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर बंगाल में कानून-व्यवस्था बद से बदतर होती जा रही है, क्योंकि वहां सिर्फ हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर ही नहीं, बल्कि विधायकों पर भी हमले हो रहे हैं. शंकर घोष ने कूचबिहार की वर्तमान राजनीतिक स्थिति को लेकर कहा कि वहां की कानून-व्यवस्था को लेकर बार-बार सवाल उठ रहे हैं. दिनहाटा से लेकर कूचबिहार नगर क्षेत्र व शीतलकूची में हमारे तीन विधायकों पर हमले हुए. उन्होंने कहा कि दिनहाटा के विधायक निखिल रंजन डे अदालत गये थे, जहां उन पर हमला हुआ था. कूचबिहार में कानून-व्यवस्था को लेकर विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कूचबिहार के एसपी से बात करने व ज्ञापन सौंपने का फैसला किया था, लेकिन दुर्भाग्य से, तृणमूल सरकार की छत्रछाया में पुलिस की रीढ़ या आत्मविश्वास रसातल में पहुंच गया है. एसपी ने विपक्ष के नेता से न ही बात की और न ही ज्ञापन लिया. हमें ज्ञापन देने के लिए भी अदालत का रुख करना पड़ा. उन्होंने कहा कि पार्टी विधायकों पर बार-बार हो रहे ऐसे हमलों को लेकर पार्टी की ओर से विरोध कार्यक्रम भी आयोजित किया जायेगा. उन्होंने उत्तर बंगाल के चाय उद्योग पर कहा कि तृणमूल कांग्रेस की चाय पर्यटन नीति का फायदा उठा कर कुछ बेईमान लोग पट्टे की जमीन को मालिकाना हक में बदल कर वहां व्यावसायिक और आवासीय परिसर बना रहे हैं और इसके पीछे तृणमूल सरकार का हाथ है. उन्होंने कहा : हमने विधानसभा में बार-बार जमीन हस्तांतरण नीति का विरोध किया है, जिसे अब 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 30 प्रतिशत कर दिया गया है.
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