Mamata Banerjee : ममता बनर्जी ने कहा, बुद्धदेव भट्टाचार्य के निधन से स्तब्ध और दुखी, सरकारी छुट्टी का किया ऐलान
Mamata Banerjee : बुद्धदेव को कई बार अस्पताल में भर्ती कराया गया. उस वक्त भी ममता उनसे मिलने गईं थीं. गुरुवार को उन्होंने कहा, ''राजनीति की जगह राजनीति है. व्यक्तिगत रिश्ते अलग होते हैं.
By Shinki Singh | August 8, 2024 12:51 PM
Mamata Banerjee : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने गुरुवार को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता बुद्धदेव भट्टाचार्य के निधन पर शोक व्यक्त किया.ममता बनर्जी ने कहा कि वह भट्टाचार्य के निधन से ‘स्तब्ध और दुखी’ हैं. माकपा की प्रदेश इकाई के सचिव मोहम्मद सलीम ने बताया कि पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री का बृहस्पतिवार को कोलकाता स्थित अपने आवास में निधन हो गया. वह वृद्धावस्था से संबंधित बीमारियों से पीड़ित थे.बनर्जी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य के आकस्मिक निधन से स्तब्ध और दुखी हूं.
Shocked and saddened by the sudden demise of the former Chief Minister Sri Buddhadeb Bhattacharjee. I have been knowing him for last several decades, and visited him a few times when he was ill and effectively confined to home in the last few years.
ममता बनर्जी ने कहा मैं उन्हें पिछले कई दशकों से जानती थी और पिछले कुछ वर्षों में जब वह बीमार थे और घर पर थे तब मैंने उनसे कई बार मुलाकात की थी. दुख की इस घड़ी में मीरा दी और सुचेतन के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं. ममता बनर्जी ने कहा, हमने पूरे सम्मान से उनका अंतिम संस्कार कराने का निर्णय लिया है. पूर्व मुख्यमंत्री के निधन पर ममता ने पूरे दिन के सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की.
बुद्धदेव भट्टाचार्य के साथ अच्छे सबंध रहे हैं ममता बनर्जी के
जब बुद्धबाबू मुख्यमंत्री थे तब ममता बनर्जी लंबे समय तक विपक्ष की नेता थीं.उस दौरान दोनों कई बार मिल चुके हैं. सिंगूर आंदोलन के दौरान तत्कालीन राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी की मध्यस्थता से दोनों का आमना-सामना हुआ. यहां तक कि 34 साल के वामपंथी शासन के बाद ममता बनर्जी के शपथ ग्रहण समारोह में बुद्धदेव भट्टाचार्य भी मौजूद थे. शोक संतप्त मुख्यमंत्री ने उन सभी दिनों को याद किया.बुद्धदेव को कई बार अस्पताल में भर्ती कराया गया. उस वक्त भी ममता उनसे मिलने गईं थीं. ठीक होकर घर लौटने के बाद ममता ने मीरा को फोन किया और लगातार उनका हालचाल पूछती रहती थी. गुरुवार को उन्होंने कहा, ”राजनीति की जगह राजनीति है. व्यक्तिगत रिश्ते अलग होते हैं. राजनीति और मानवता अलग-अलग हैं. बहुत बुरा लग रहा है मुझे उनका चेहरा याद आ रहा है.