मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि नीति आयोग ने आधिकारिक तौर पर स्वीकार किया है कि प्रमुख सामाजिक-आर्थिक संकेतकों, खासकर रोजगार के मामले में राज्य ने अच्छा प्रदर्शन किया है. उन्होंने कहा कि नीति आयोग की हाल में जारी संक्षिप्त रिपोर्ट में साक्षरता दर, जीवन प्रत्याशा, लिंगानुपात और जीवन की गुणवत्ता जैसे क्षेत्रों में राज्य की ‘सकारात्मक स्थिति’ का उल्लेख किया है. ममता बनर्जी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि नीति आयोग ने प्रमुख सामाजिक-आर्थिक संकेतकों, खासकर रोजगार के क्षेत्र में पश्चिम बंगाल के मजबूत प्रदर्शन को आधिकारिक तौर पर मान्यता दी है. वर्ष 2022-23 में राज्य की वार्षिक बेरोजगारी दर सिर्फ 2.2 प्रतिशत थी, जो राष्ट्रीय औसत 3.2 प्रतिशत से कम है.’
उल्लेखनीय है कि राज्य की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी नीति आयोग की कट्टर आलोचक हैं और वह केंद्र के इस शोध संस्थान को ‘खत्म’ करने की मांग कर रही हैं. वह इस साल मई में नयी दिल्ली में आयोजित नीति आयोग की 10वीं शासी परिषद की बैठक में शामिल नहीं हुईं थीं.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उनके मंत्रियों को श्रीनगर में ””शहीद दिवस”” पर कब्रिस्तान जाने से रोकने के लिए नजरबंद किए जाने की कड़ी निंदा की है. उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण, अस्वीकार्य और शर्मनाक बताया है. ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया मंच ””एक्स”” पर एक पोस्ट में कहा : शहीदों के कब्रिस्तान में जाने में क्या गलत है? यह न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि एक नागरिक के लोकतांत्रिक अधिकार को भी छीनता है. निर्वाचित मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के साथ जो हुआ वह अस्वीकार्य है. चौंकाने वाला और शर्मनाक है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार सुबह पूरे राज्यवासियों को वन महोत्सव की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने इस अवसर पर एक प्रेरणादायी संदेश देते हुए लिखा, ””हरियाली बचाओ, हरियाली दिखाओ, हरियाली के बीच विवेक जगाओ.”” मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया के ज़रिए यह संदेश साझा किया और सभी को वन महोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं दीं. सोमवार से पूरे पश्चिम बंगाल राज्य में वन महोत्सव का भव्य आयोजन शुरू हो गया है. अगले सात दिनों तक राज्यभर में एक साथ पौधा वितरण और वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. इस अभियान के तहत आम नागरिकों से लेकर स्कूल, कॉलेज, स्थानीय निकाय, प्रशासनिक विभाग सहित सभी को इसमें भागीदारी करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा साझा किये गये चार मिनट के एक वीडियो में भी वन महोत्सव की महत्ता को दर्शाया गया है. इस वीडियो के माध्यम से लोगों से अपील की गयी है कि वे पर्यावरण की रक्षा के लिए आगे आयें और अधिक से अधिक पेड़ लगायें, ताकि आने वाली पीढ़ियों को एक स्वस्थ और हरा-भरा भविष्य मिल सके.
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