गौमाता जैसी निरपेक्ष प्राणी सृष्टि में और कोई नहीं
श्रीराम चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित गौ कृपा कथा के अंतिम दिन ग्वाल संत महाराज ने कहा कि गाय जैसी निरपेक्ष प्राणी सृष्टि में नहीं है.
By AKHILESH KUMAR SINGH | June 23, 2025 1:59 AM
बोले ग्वाल संत महाराज
संवाददाता, कोलकाताश्रीराम चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित गौ कृपा कथा के अंतिम दिन ग्वाल संत महाराज ने कहा कि गाय जैसी निरपेक्ष प्राणी सृष्टि में नहीं है. कथा मंच पर साक्षात् गौ माता भी विराजमान थीं, जो भक्तों के आकर्षण का केंद्र बनी रहीं. उन्होंने कहा कि एक बार माता लक्ष्मी गायों की गोष्टक में पहुंच गयी. गौ माता ने पूछा आप कौन हैं? लक्ष्मीजी ने कहा नारायण की प्रिय हूं. गौ माता ने कहा आप जैसी कृपापूर्वक आयी हैं वैसे ही कृपा कर चली जायें. आप चंचला है, एक समान कहीं रहती नहीं, हमें आपकी कोई आवश्यकता नहीं है. मां लक्ष्मी से निरपेक्ष कोई नहीं हो सकता? लक्ष्मी जी की कृपा देवता भी चाहते हैं, लेकिन गो माता मां लक्ष्मी से भी अधिक निरपेक्ष हैं. सौंदर्य की अधिष्ठात्री देवी लक्ष्मी जिसकी ओर नजर कर लेती वह मालामाल हो जाता है और जिसकी ओर से नजर फेर लेती है, उसे संसार में कोई नहीं पूछता. गौ माता ने कहा मैं जानती हूं लेकिन मुझे कोई आवश्यकता नहीं है. मैं हरा-सुखा तृण (घास) खा लेती हूं और अपने भक्तों को पोषण के लिए पंचगव्य प्रदान करती हूं. अपने सारगर्भित व्याख्यान में ग्वाल संत महाराज ने कहा गौ माता जिसे त्याग देती है, उसे नारायण भी वास नहीं देते. महाराज ने कन्यादान में गो की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आजकल कन्यादान, कन्यादान नहीं बल्कि सोफे दान, कूलर दान बन गया है. जबकि कन्यादान देना ही सही नहीं है. पौराणिक काल में कन्यादान में गौ दान दिया जाता था, जिससे बेटी अपने कुल के साथ-साथ जिस कुल में जाती उस कुल का भी उद्धार करती थी, लेकिन आज कन्यादान केवल दिखावा मात्र रह गया है. उन्होंने देशभर में गौ भक्तों को जागरूक होने का आह्वान किया. कथा के प्रारंभ में गौभक्त राजकुमार अग्रवाल टाटानगर ने गौमाता के चित्र पर माल्यार्पण किया. इस अवसर पर मानस कथा मर्मज्ञ शंभूशरण लाटा, स्वामी गोपेश बाबा, साध्वी श्रद्धा गोपाल सरस्वती, साध्वी कपिला गोपाल सरस्वती भी उपस्थित थीं. श्रीराम चैरिटेबल ट्रस्ट के इंद्रसेन जिंदल, घनश्याम गुप्ता, सत्यनारायण देवरालिया, गोविंदराम ढाणावाला, महेश अग्रवाल, रमाकांत बेरीवाल, रोशनलाल अग्रवाल, राजेश अग्रवाल, देवराज रावलवासिया, बृजमोहन गाड़ोदिया, बृजमोहन बेरीवाल, अनिल वैद, कुलदीप राजपुरोहित, विनोद जाजू, अशोक अग्रवाल प्रभृति लोग उपस्थित थे. धन्यवाद ज्ञापन सत्यनारायण देवरालिया ने और मंच संचालन प्रकाश चंडालिया ने किया.
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