कोलकाता. आरजी कर अस्पताल में एक साल पहले हुई दुष्कर्म-हत्या की घटना का हवाला देते हुए स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआइ) ने कसबा दुष्कर्म मामले में सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधना शुरू कर दिया है. इतना ही नहीं, मुख्य आरोपी के खिलाफ विभिन्न आरोप भी लगाये हैं.एसएफआइ के राज्य सचिव देबांजन दे ने सत्तारूढ़ पार्टी की आलोचना करते हुए कहा : तृणमूल कांग्रेस दक्षिण कोलकाता लॉ कॉलेज को केंद्र बनाकर आपराधिक गिरोह चला रही है. पुलिस और प्रशासन सब चुप हैं. आरजी कर की घटना ने दिखा दिया है कि इस राज्य में छात्र किसी भी कॉलेज परिसर में सुरक्षित नहीं हैं. उन्होंने दावा किया कि कॉलेज में मुख्य आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार, बलात्कार की धमकी और छेड़छाड़ के 20-30 आरोप हैं. वहीं, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने भी मामले पर तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी) पर हमला बोला. उन्होंने दावा किया कि मुख्य आरोपी दक्षिण कोलकाता टीएमसीपी का सचिव है. तृणमूल ने पलटवार करते हुए दावा किया कि आरोपी संगठन में किसी पद पर नहीं है. दक्षिण कोलकाता तृणमूल छात्र परिषद और युवा संगठन के अध्यक्ष सार्थक बनर्जी ने कहा : जिन आरोपियों के बारे में टीएमसीपी की बात हो रही है, वे छात्र परिषद के पदाधिकारी नहीं हैं. हम कड़ी सजा की मांग करते हैं. घटना को लेकर डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन (डीएसओ) ने शुक्रवार को दोपहर 2:30 बजे कसबा पोस्ट ऑफिस के पास सभा की. अभय मंच की ओर से कसबा थाने में शाम चार बजे विरोध कार्यक्रम भी आयोजित किया गया.
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