खगेन मुर्मू ने समस्या का समाधान नहीं होने के लिए राज्य सरकार को ठहराया जिम्मेदार
संवाददाता, कोलकातालोगों का कहना है कि कटाव रोकने के लिए अस्थायी उपाय किये जाते हैं. कभी स्थानीय लोगों को राहत शिविरों में भेजा जाता है. लेकिन कटाव की समस्या का कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला जा रहा है. इस साल भी यही स्थिति है. बिलमारी क्षेत्र के पश्चिमी रतनपुर और महानंदटोला क्षेत्र के कंटूटोला, श्रीकांतटोला, मुलिरामटोला, जीतूटोला में व्यापक कटाव शुरू हो गया है. कई लोग दहशत में अपने गांव छोड़ चुके हैं.
इसके बाद उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा : जब तक राज्य डीपीआर तैयार नहीं करता, जब तक कटाव रोकने के लिए केंद्र को प्रस्ताव नहीं दिया जाता, तब तक केंद्रीय कोष से कोई अनुदान नहीं दिया जायेगा. मैंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है और सिंचाई मंत्री को भी सूचित किया है. लेकिन मुझे उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिला है.
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