पश्चिम मेदिनीपुर जिले के डेबरा ब्लॉक-9 अंतर्गत सांड़पुर लोआदा ग्राम पंचायत के कांकड़ा गांव में जर्जर सड़क व्यवस्था के कारण एक मरीज की जान चली गयी. कीचड़ से भरी कच्ची सड़क पर एम्बुलेंस न पहुंच पाने के कारण मरीज को बांस से बने अस्थायी स्ट्रेचर पर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी.
परिजन मजबूरी में बांस का स्ट्रेचर बनाकर मरीज को पैदल अस्पताल ले गये, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृतक के परिवार का कहना है कि अगर सड़क सही होती और मरीज समय पर अस्पताल पहुंच जाता, तो शायद उसकी जान बचायी जा सकती थी.
घटना को लेकर स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों और राजनीतिक नेताओं ने अब तक कोई बयान नहीं दिया है. इलाके में सड़क की दशा को लेकर पहले भी कई बार शिकायतें की जा चुकी हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया.
स्थानीय लोगों ने की प्रशासन से सड़क की मरम्मत और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार की मांग
यह घटना ग्रामीण इलाकों में आधारभूत ढांचे की बदहाली और स्वास्थ्य सेवा तक समय पर पहुंच न होने की गंभीर स्थिति को उजागर करती है. स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से इस सड़क की मरम्मत और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है