भाजपा की ओर से बताया गया है कि वह हिंगलगंज के 234 नंबर बूथ के उपाध्यक्ष थे. भारतीय जनता पार्टी का सदस्य होने की वजह से ही तृणमूल कार्यकर्ताओं ने उन्हें मौत के घाट उतारा है. मंगलवार को जब एसएसकेएम अस्पताल में भाजपा कार्यकर्ता मंडल का शव लेने के पहुंचे, तो पुलिस ने उन्हें बलपूर्वक रोक दिया. आरोप है कि शव लेकर जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने मारा- पीटा है और अलोकतांत्रिक तरीके से मृतक का शव लेकर चले गये.
भाजपा का कहना है कि पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में उन्हें शहीद के तौर पर अंतिम श्रद्धांजलि दी जानी थी, लेकिन प्रशासन ने ऐसा करने से रोक दिया है. इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी गयी है. उल्लेखनीय है कि राज्य में भाजपा के कार्यकर्ताओं की हत्या लगातार हो रही है. पार्टी का दावा है कि अब तक 140 से अधिक कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतार दिया गया है.
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इस संबंध में भाजपा महासचिव व प्रदेश भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने ट्वीट किया कि ममता राज में राजनीतिक हिंसा कम होने का नाम नहीं ले रही है. भाजपा की आवाज दबाने के लिए हिंगलगंज के बूथ उपाध्यक्ष रवींद्रनाथ मंडल की तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने हत्या कर दी. इसके पीछे कौन है. यह सभी जानते हैं. सिवाय पुलिस के कला और संस्कृति के राज्य में यह हिंसा ज्यादा दिन तक नहीं चलेगा.
दूसरी ओर, प्रदेश भाजपा के महासचिव सायंतन बसु (Sayantan Basu) ने आरोप लगाया कि श्री मंडल को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए भाजपा कार्यकर्ता उनके शव को एसएसकेएम अस्पताल से पार्टी कार्यालय लाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने रोक कर पार्थिव शरीर को जबरन उठा कर ले गयी. भाजपा इस गैर प्रजातांत्रिक, बर्बर और आमानवीय आचरण के खिलाफ सड़क पर उतर कर आंदोलन करेगी. बशीरहाट के इलाके में इसका विरोध किया जायेगा.
Posted By : Samir Ranjan.