4500 श्रमिक हुए बेरोजगार, तृणमूल-भाजपा में जुबानी जंगसंवाददाता, जगदल जगदल थाना क्षेत्र के ऑकलैंड जूट मिल में एक सीनियर प्रोडक्शन मैनेजर पर शनिवार तड़के हमला किया गया. उनकी लाठी-डंडे व रॉड से बुरी तरह पिटाई की गयी. घटना के बाद प्रबंधन ने कार्यस्थगन का नोटिस लगा कर मिल बंद कर दिया. इससे करीब 4500 श्रमिक बेरोजगार हो गये हैं. हमले की घटना में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. आरोपी का नाम अभिषेक चौधरी बताया गया है. हमले की घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है. जानकारी के मुताबिक, विगत कुछ दिनों से मिल प्रबंधन और मिल के कुछ श्रमिकों के बीच विवाद चल रहा था. शनिवार तड़के मिल के अंदर सीनियर प्रोडक्शन मैनेजर शंकर तरफदार को कथित तौर पर तृणमूल समर्थित कुछ श्रमिकों के समूह ने बुरी तरह से पिटाई की. उन पर लाठी-डंडे से हमला कर उन्हें घायल कर दिया गया. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हालांकि तृणमूल ने आरोपों से इंकार किया है और हमले के पीछे बाहरी लोगों का हाथ बताया है. घटना के बाद जूट मिल के सभी श्रमिकों को 11 बजे के करीब काम बंद कर बाहर निकलने का निर्देश दिया गया. फिर मिल खाली कर प्रबंधन ने गेट पर अस्थायी कार्यस्थगन का नोटिस लगा दिया. साथ ही इस दरमियान नो वर्क नो पे का नोटिस जारी किया गया. प्रबंधन ने घटना में लिप्त श्रमिकों को निलंबित करने का भी फैसला लिया गया है. जगदल थाने में शिकायत दर्ज भी करायी गयी है. इधर, बैरकपुर के पूर्व सांसद अर्जुन सिंह का कहना है कि राज्य सरकार जूट मिलों को पूरी तरह से खत्म देने पर तुली है. प्रत्येक जूट मिल में तृणमूल के लोग अत्याचार चला रहे हैं. रुपये को लेकर ही मिल के सीनियर स्टाफ को मारा पीटा गया. वहीं, तृणमूल नेता व 17 नंबर वार्ड के पार्षद मनोज पांडे ने कहा है कि इसमें बाहरी लोगों का हाथ है. इसमें मिल का कोई मजदूर शामिल नहीं है, बल्कि हमलावर बाहरी कुछ असामाजिक तत्व हैं. कहा कि अर्जुन सिंह को कोई काम नहीं है, इसलिए वह ऐसा आरोप लगा रहे है.इधर, घटना के बाद से तनाव को देखते हुए मिल के गेट पर पुलिस तैनात कर दी गयी है. आरोपियों की पहचान की कोशिश की जा रही है. पुलिस ने एक को गिरफ्तार किया है. साथ ही घटना के दौरान हमलावर का सहयोग करनेवाले कुछ नाबालिग किशोर को भी हिरासत में लिया गया है.
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