रेश्मी मेटालिक्स पर प्रदर्शनकारियों ने झूठे मामले दर्ज करने का लगाया आरोप

शहर के पांचबेड़िया इलाके में रविवार को खड़गपुर जन जागरण कमेटी ने एक प्रेस मीट आयोजित कर रेश्मी मेटालिक्स पर उच्च न्यायालय में झूठे मामले दायर करने का आरोप लगाया.

By AKHILESH KUMAR SINGH | July 21, 2025 12:50 AM
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प्रतिनिधि, खड़गपुर.

शहर के पांचबेड़िया इलाके में रविवार को खड़गपुर जन जागरण कमेटी ने एक प्रेस मीट आयोजित कर रेश्मी मेटालिक्स पर उच्च न्यायालय में झूठे मामले दायर करने का आरोप लगाया. इस दौरान कमेटी के सदस्यों ने खड़गपुर के पांचबेड़िया-वालीपुर क्षेत्र में स्थित स्पंज आयरन फैक्ट्री को बंद करने की मांग दोहराई. प्रेस मीट में मोहम्मद इमरान, मोहम्मद सोहेल राजा, बिलकिस खानम, शेख मेहराज अली, शेख मुद्दसर आरिफ सहित कमेटी के अन्य सदस्य मौजूद थे. कमेटी के सदस्यों ने आरोप लगाया कि कारखाने के अधिकारियों ने उनके खिलाफ उच्च न्यायालय में गलत मामला दर्ज कराया है. जानकारी हो कि खड़गपुर नगरपालिका के वार्ड नंबर 4 के पांचबेड़िया से सटे इलाके में रेश्मी मेटालिक्स द्वारा एक स्पंज आयरन फैक्ट्री एक्सटेंशन प्रोजेक्ट शुरू किया गया है. कंपनी का दावा है कि कारखाना खड़गपुर ग्रामीण के वॉलिपुर मौजा के अंतर्गत है, जबकि जन जागरण कमेटी का दावा है कि पांचबेड़िया और वॉलिपुर पास में स्थित हैं और यह प्रदूषण फैलाने वाला कारखाना घनी आबादी वाले क्षेत्रों में बनाया जा रहा है. खड़गपुर में इस कारखाने के खिलाफ प्रदूषण के आरोप लंबे समय से उठते रहे हैं. कुछ दिनों पहले, पुलिस की उपस्थिति में, स्थानीय निवासियों ने निर्माणाधीन कारखाने के गेट पर बैनर लगाकर विरोध प्रदर्शन भी किया था. समिति की ओर से कारखाने को बंद करने के लिए खड़गपुर महकमा शासक कार्यालय में एक ज्ञापन भी दिया गया था.

समिति के अध्यक्ष मेहबूब अली खान ने कहा कि यह लोगों को मारने के लिए एक कारखाना है. पूरे खड़गपुर शहर में प्रदूषण फैला रहा है. भविष्य में शहर की स्थिति दयनीय होगी. विरोध में कारखाने के अधिकारियों ने समिति के नौ सदस्यों के खिलाफ डकैती और चोरी का झूठा मामला दायर किया. मैं इसका दृढ़ता से विरोध करता हूं.

कमेटी के सचिव शेख अशरफ अहमद ने कहा कि यह कंपनी अपनी क्षमता का दुरुपयोग कर रही है. यह राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की लाल तालिका में है. हमने कारखाने के गेट को बंद नहीं किया था. वे झूठ बोल रहे हैं. उन्होंने यह भी बताया कि कंपनी की ओर से प्रदूषण मुक्त कारखाने के निर्माण का आश्वासन दिया गया था और यह भी कहा गया था कि इस क्षेत्र में कोई उत्पादन नहीं किया जायेगा.

वहीं, रेश्मी मेटालिक्स के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर भास्कर चौधरी ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि चूंकि मामला अब अदालत में विचाराधीन है, इसलिए मैं इस पर टिप्पणी नहीं करूंगा.

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