प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति घोटाला
कोलकाता. बंगाल में प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति घोटाले से जुड़े एक मामले की सुनवाई के दौरान तृणमूल सांसद और वरिष्ठ अधिवक्ता कल्याण बनर्जी ने पूर्व न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय की योग्यता पर सवाल उठाये. सोमवार को मामले की सुनवाई कर रहे जस्टिस तपोब्रत चक्रवर्ती ने अधिवक्ता बनर्जी को कड़ी फटकार लगाते हुए स्पष्ट किया कि वह किसी भी न्यायाधीश के खिलाफ अभद्र या विवादित टिप्पणी बर्दाश्त नहीं करेंगे.
गौरतलब है कि प्राथमिक शिक्षकों की नौकरियों को रद्द करने संबंधी आदेश के लिए अब 32 हजार प्राथमिक शिक्षकों का एक वर्ग बोर्ड को जिम्मेदार ठहरा रहा है. इसी पर वकील कल्याण बनर्जी ने सवाल उठाया कि यह मामला स्वीकार्य क्यों नहीं है और प्राथमिक शिक्षा बोर्ड ने सिंगल बेंच के सामने यह बात क्यों नहीं कही? उन्होंने दावा किया कि सिंगल बेंच में बोर्ड से कोई सहयोग नहीं मिला. उनका सवाल था कि सिंगल बेंच में प्राथमिक शिक्षा बोर्ड चुप क्यों रहा? आपको बता दें कि न्यायाधीश रहते हुए अभिजीत गंगोपाध्याय ने ही प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में फैसला सुनाया था और लगभग 32 हजार नियुक्तियां रद्द कर दी थीं. इस फैसले से पहले अभिजीत गंगोपाध्याय ने स्वयं कई अभ्यर्थियों से बात की थी, ताकि यह पता चल सके कि भ्रष्टाचार हुआ था या नहीं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है