डीजीएमओ स्तर की बातचीत से लापता बीएसएफ जवान के परिजन आशान्वित

ड्यूटी के दौरान पाकिस्तान की सीमा में 23 अप्रैल को पकड़े गये बीएसएफ के जवान पूर्णम साव को लेकर अब तक कोई ठोस जवाब पाकिस्तान की ओर से नहीं मिला है.

By SUBODH KUMAR SINGH | May 13, 2025 1:29 AM
an image

20 दिन से जवान की कोई खबर नहीं

प्रतिनिधि, हुगली.

ड्यूटी के दौरान पाकिस्तान की सीमा में 23 अप्रैल को पकड़े गये बीएसएफ के जवान पूर्णम साव को लेकर अब तक कोई ठोस जवाब पाकिस्तान की ओर से नहीं मिला है. 20 दिन से जवान की कोई खबर नहीं मिलने पर उनके परिवार की चिंता गहराती जा रही है. अब उम्मीद की एकमात्र किरण है भारत-पाकिस्तान के डीजीएमओ स्तर की बैठक, जिस पर साव के परिवार की निगाहें टिकी हैं. परिवार के साथ रिसड़ा नगर पालिका के चेयरमैन विजय सागर मिश्रा की भी चिंता बढ़ रही है. वह पूर्णम की रिहाई के लिए अपने स्तर पर हर कोशिश जारी रखे हुए है. पूर्णम के परिवार के साथ पल-पल की खबर पर नजर बनाये हुए हैं.

पूर्णम साव बीएसएफ की 24वीं बटालियन में तैनात हैं. वह पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में भारत-पाक सीमा पर ड्यूटी कर रहे थे, तभी पाकिस्तान रेंजर्स ने उन्हें हिरासत में ले लिया. उसके बाद से वे पाकिस्तान की जेल में बंद हैं. इतने दिन बीत जाने के बावजूद न तो पाकिस्तानी प्रशासन ने किसी तरह की जानकारी दी है और न ही अब तक किसी आधिकारिक वार्ता से समाधान निकला है.

पूर्णम की पत्नी रजनी साव का कहना है, पिछले बीस दिनों से हम हर पल चिंता में जी रहे हैं. अब हमें बस इस बात की उम्मीद है कि भारत और पाकिस्तान के बीच किसी तरह की चर्चा हो, जिससे बंदियों की अदला-बदली संभव हो और मेरे पति सुरक्षित घर लौटें.

उन्होंने बताया कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्वयं उन्हें फोन कर आश्वस्त किया है. “मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने बीएसएफ के अधिकारियों से बात की है और केंद्र सरकार से भी संपर्क साधा जा रहा है. उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि पूर्णम को वापस लाने के लिए सरकार हरसंभव प्रयास करेंगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

संबंधित खबर और खबरें

 

 

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version