दुर्दशा. रखरखाव के अभाव में पूरी तरह से उजड़ चुका है बाजार
संवाददाता, कोलकाताजल निकासी के लिए निगम तत्पर : मेयर फिरहाद हकीम ने बताया कि हर साल माॅनसून के दिनों में पातीपुकुर अंडरपास पानी में डूब जाता था. पर इस बार अब तक ऐसे तस्वीर नहीं देखने को मिली है. उन्होंने कहा कि निगम ने इस अंडरपास स्थित मैनहोल के ड्रेजिंग की है. अब भारी बारिश में भी यहां पानी नहीं जमेगा. मेयर ने कहा कि सिर्फ पातीपुकुर ही नहीं, हमने पूरे कोलकाता में गाद हटाने का काम किया है, इसीलिए अब अगर 20 मिलीमीटर प्रति घंटे भी बारिश हो रही है, तो कोलकाता में पानी नहीं जमेगा. पर अगर प्रतिघंटे 200 से 300 मिलीमीटर बारिश होती है, तो जल निकासी में कुछ समय लग सकता है. अगर भारी से अति भारी बारिश भी हो, तो भी कोलकाता में सड़कों पर जमने वाले पानी की निकासी करने में पांच से छह घंटे लग सकते हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है