नहीं चाहिए लक्खी भंडार, हमले हो रहे, हमें सुरक्षा दो…

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस और राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की टीम ने शनिवार को मुर्शिदाबाद जिले में दंगा प्रभावित लोगों से अलग-अलग मुलाकात की. इस दौरान पीड़ित लोगों ने उनसे अपना दर्द साझा किया और सुरक्षा की अपील की. मुलाकात के दौरान ग्रामीणों को तख्तियां थामे देखा गया, जिन पर लिखा था कि हमें लक्ष्मी भंडार नहीं चाहिए, हमें बीएसएफ शिविर चाहिए.

By BIJAY KUMAR | April 19, 2025 11:06 PM
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कोलकाता.

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस और राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की टीम ने शनिवार को मुर्शिदाबाद जिले में दंगा प्रभावित लोगों से अलग-अलग मुलाकात की. इस दौरान पीड़ित लोगों ने उनसे अपना दर्द साझा किया और सुरक्षा की अपील की. मुलाकात के दौरान ग्रामीणों को तख्तियां थामे देखा गया, जिन पर लिखा था कि हमें लक्ष्मी भंडार नहीं चाहिए, हमें बीएसएफ शिविर चाहिए. हमें सुरक्षा चाहिए. हम पर हमला हो रहा है. पीड़ित महिलाएं रो-रोकर अपनी पीड़ा सुना रही थीं. एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष विजया रहाटकर के नेतृत्व वाले एक प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें आश्वासन दिया कि केंद्र हर आवश्यक कदम उठायेगा. दंगा प्रभावित महिलाओं ने मांग की कि जिले के चुनिंदा इलाकों में बीएसएफ के स्थायी शिविर स्थापित किये जाएं और सांप्रदायिक झड़पों की एनआइए से जांच करायी जाये. रहाटकर ने कहा कि इन महिलाओं को जो पीड़ा झेलनी पड़ रही है, उसे देखकर मैं स्तब्ध हूं. हिंसा के दौरान उन्हें जो कुछ सहना पड़ा, वह कल्पना से परे है.

राज्यपाल के पैरों पर गिर कर लगायी न्याय की गुहार

राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने हिंसा में मारे गये एक व्यक्ति और उसके बेटे के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. बोस ने मृतकों के परिजन से मुलाकात के बाद कहा कि मैं अनुरोधों पर गौर करूंगा. तीन से चार सुझाव मिले हैं. उन्होंने इलाके में बीएसएफ की तैनाती की मांग की है. मैं इस मामले को उचित अधिकारियों के समक्ष उठाऊंगा. निश्चित रूप से कुछ ठोस कार्रवाई की जायेगी. मैंने उनके साथ राजभवन की हेल्पलाइन भी साझा किया है. मृतकों के गमगीन परिवार के सदस्य राज्यपाल के पैरों में गिरकर न्याय की गुहार लगाते देखे गये. बाद में राज्यपाल धुलियान, सुती और जंगीपुर में अन्य हिंसा प्रभावित इलाकों का भी दौरा किया.

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