कहा, 10 दिन सूखा रहने पर कोलकाता की सड़कों की कर दी जायेगी मरम्मत कोलकाता. हर साल दुर्गापूजा से पहले महानगर में सड़कों की स्थिति बदहाल हो जाती है. बदहाल सड़कों की सूरत बदलने के लिए नयी-नयी तकनीक को प्रयोग में लाने की घोषणा कोलकाता नगर निगम की ओर से की जाती है. लेकिन इसके बाद भी कोलकाता में सड़कों की दशा नहीं बदल रही. अब कोलकाता में सड़कों पर कंक्रीट ब्लॉक बिछायी जायेगी. यह जानकारी कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने दी. गौरतलब है कि पिछले साल कोलकाता में प्लास्टिक एस्फाल्ट से सड़कों की मरम्मत किये जाने का दावा किया गया था. लेकिन एक साल बाद फिर बारिश के कारण सड़कों की पुरानी तस्वीर दिख रही हैं. सड़कें जगह-जगह टूट गयी है. सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे दिख रहे हैं. शहर की कई महत्वपूर्ण व बड़ी सड़कें जर्जर हो गयीं हैं. इस वजह से कोलकाता नगर निगम ने अब कंक्रीट ब्लॉक से सड़कों की मरम्मत किये जाने की योजना बनायी है. जो एक तरह का ””””पेवर ब्लॉक”””” है. नगर निगम का दावा है कि पानी पिच का दुश्मन है. जल जमाव के कारण पिच यानी अलकतरे से बड़ी सड़कें कमजोर होकर टूटने लगती हैं. इसलिए हर साल ही निगम को सड़कों की मरम्मत पर पैसा खर्च करना पड़ता है. इसलिए अब सड़कों पर पिच की जगह कंक्रीट ब्लॉक बिछाये जाने का फैसला लिया गया है. उल्लेखनीय है कि कोलकाता व आस-पास के कुछ इलाकों में पाइलट प्रोजेक्ट के तौर पर कंक्रीट ब्लॉक पहले ही लगाये जा चुके हैं. इस संबंध में मेयर ने कहा कि कोलकाता में इस साल बारिश का परिमाण बढ़ा है. कई इलाकों में 185 से 200 मिलीमीटर तक बारिश हुई है. इस वजह से जल जमाव की वजह से सड़कें टूट रही हैं. उन्होंने बताया कि कोलकाता में सड़कों के नीचे से टेलीफोन, बिजली के केबल तार सह अन्य यूटिलिटी टनल हैं. इस वजह से सड़कों की बार-बार खुदाई की जाती है. वहीं बार-बार मरम्मत किये जाने से सड़कों का भार बढ़ रहा है, जिससे सड़के धंस जाती हैं. इसलिए अब कंक्रीट ब्लॉक से सड़कों की मरम्मत किये जाने का निर्णय लिया गया है. मेयर ने कहा कि मैस्टिक एस्फाल्ट यानी पिच से सड़कों की मरम्मत पर जो खर्च आता है. वही खर्च ब्लॉक पर भी आयेगा. निगम के एक इंजीनियर ने बताया कि पिच से बनायी गयी सड़कें मैस्टिक एस्फाल्ट की तरह ही टिकाऊ होती हैं. एक बार कंक्रीट ब्लॉक बिछाये जाने के बाद पांच वर्षों तक मरम्मत करने की आवश्यकता नहीं होगी. उन्होंने बताया कि विशेषकर जल जमाव वाले क्षेत्र व बड़ी सड़कों पर कंक्रीट ब्लॉक लगाये जायेंगे. ज्ञात हो कि शहर में सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे बन रहे हैं. जिससे गाड़ियों की गति धीमी पड़ गयी है. वहीं एक के बाद एक दुर्घटनाएं हो रही है. राष्ट्रीय पर्यावरण न्यायाधिकरण द्वारा मैस्टिक एस्फाल्ट पर प्रतिबंध लगाने के बाद निगम वैकल्पिक रास्ता तलाश रहा था. जिससे सामग्री लगाते समय खतरा बढ़ता जा रहा है. अब यह संशय बना हुआ है कि कंक्रीट ब्लॉक का कितना उपयुक्त होगा. 10 दिनों के भीतर सड़कों की कर दी जायेगी मरम्मत मेयर ने बताया कि कोलकाता में लगातार बारिश हो रही है. इस वजह से निगम सड़कों की मरम्मत नहीं कर पा रहा है. 31 जुलाई तक सड़कों की मरम्मत करने का टारगेट था. पर ऐसा नहीं हो सका है. इसलिए मेयर ने बताया कोलकाता में अगर लगातार 10 दिनों तक बारिश नहीं होती है तो सभी टूटे हुई सड़कों की मरम्मत कर दी जायेगी. उन्होंने बताया कि इस बीच ईएम बाईपास स्थित सड़कों की मरम्मत का कार्य को शुरू कर दिया गया है.
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