मुर्शिदाबाद हिंसा कोलकाता. मुर्शिदाबाद के मृत पिता-पुत्र के घरवालों से रविवार को तृणमूल कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल मिला और उन्हें मदद का आश्वासन दिया. उनके लौट जाने के बाद परिजनों ने मीडिया से बात करते हुए साफ कर दिया कि वे लोग ना रुपया लेंगे और ना ही किसी से मदद. उनका कहना था कि सांसद झूठ बोल रहे हैं. परिवार के मारे गये सदस्यों को वे लौटा सकते हैं क्या? मृतक चंदन दास के बड़े भाई ने कहा कि अब राजनीतिक कारणों से यह सब किया जा रहा है. लेकिन जिस दिन दोनों की हत्या हुई, कोई नहीं आया. हम रुपये नहीं लेंगे. कई लोग यह कह रहे हैं कि बाद में रुपये ले लेंगे, यह पूरी तरह से झूठ है. उनका कहना था कि बीएसएफ के नहीं रहने पर राष्ट्रपति शासन के बिना कुछ नहीं होगा. दीदी हमें सोचने के लिए कह रही हैं. हमलोगों ने सबकुछ सोच लिया है. वह आती हैं, तो हमलोग झारखंड चले जायेंगे.
संबंधित खबर
और खबरें