प्रतिनिधि, नदिया.
कृष्णगंज थाना अंतर्गत उत्तरपाड़ा में एक चौंकाने वाली घटना सामने आयी है, जहां एक परिवार ने अपनी जीवित बेटी का श्राद्धकर्म कर दिया. वजह यह कि प्रथम वर्ष की छात्रा ने अपनी मर्जी से दूसरे धर्म के युवक से शादी कर ली. इस फैसले को परिवार ने स्वीकार नहीं किया और प्रतीकात्मक रूप से उसे मृत मानकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया. इस खबर से कृष्णगंज में हड़कंप मच गया है. लड़की का घर कृष्णगंज के खटुरा उत्तरपाड़ा में है. परिवार के इस कदम से पड़ोसी भी हैरान हैं. परिवार के फैसले के अनुसार, शनिवार को लड़की की सभी तस्वीरें, कपड़े, किताबें और जरूरी दस्तावेज आग के हवाले कर दिये गये. उन्होंने उसकी यादों से जुड़े सभी निशान मिटा दिये और घोषणा की कि आज से वह लड़की उनके लिए मर चुकी है. परिवार के सूत्रों के अनुसार, लड़की के पिता जो व्यवसाय के सिलसिले में इजराइल में हैं, बेटी के इस फैसले से मानसिक रूप से टूट गये हैं. चाचा सोमनाथ विश्वास ने बताया कि लड़की को पहले भी एक बार घर वापस लाया गया था, लेकिन वह फिर से चली गयी. उन्होंने कहा कि इस बार वे उसे माफ नहीं कर पायेंगे. सोमनाथ विश्वास ने बताया कि हमने पुजारी को बुलाया और धार्मिक नियमों के अनुसार उसकी तस्वीर पर माला चढ़ाकर श्राद्ध कर्म किया. लड़की ने हमारे प्यार और सम्मान को नहीं समझा, आज से वह हमारी बेटी नहीं है.
परिवार के इस कृत्य पर पड़ोसियों की प्रतिक्रियाएं अलग-अलग हैं. कुछ लोग परिवार के साथ खड़े हैं, तो वहीं कई लोग जीवित बेटी के लिए श्राद्ध करने के इस फैसले को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं, सिर्फ इसलिए क्योंकि उसने अपनी पसंद के व्यक्ति से शादी की है. कुल मिलाकर इस घटना ने धर्म, समाज और व्यक्तिगत स्वतंत्रता को लेकर एक नयी बहस छेड़ दी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है