
कल्याणी. नदिया जिले के कल्याणी स्थित जेएनएम अस्पताल के ओपीडी के सामने एक ह्रदय विदारक घटना सामने आयी है, जहां एक 62 वर्षीय व्यक्ति पिछले चार दिनों से ट्रॉली पर लावारिस पड़ा है. आरोप है कि उसका बेटा उसे अस्पताल के बाहर छोड़कर चला गया और दोबारा नहीं लौटा. चौंकाने वाली बात यह है कि अस्पताल प्रशासन और स्थानीय पुलिस चौकी को इसकी जानकारी होने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गयी है. अस्पताल के निजी सुरक्षा कंपनी के सुपरवाइजर संजय गंगोपाध्याय ने बताया कि यह व्यक्ति पहले अस्पताल में भर्ती था और बाद में उसे छुट्टी दे दी गयी थी. 10 जुलाई को उसका बेटा उसे ट्रॉली में यहां लाया और कहा कि वे उसे रात में ले जायेंगे. हालांकि, बेटा चला गया और तब से वह व्यक्ति वहीं पड़ा है.
गंगोपाध्याय ने यह भी बताया कि अस्पताल अधीक्षक और प्रशासन को इस बारे में पता है, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है. मरीज के परिवार को सूचित किया गया था, लेकिन वे उसे लेने नहीं आ रहे हैं.
अस्पताल सूत्रों के अनुसार, यह व्यक्ति एचआइवी पॉजिटिव है और ज्यादा कुछ बोल पाने में असमर्थ है. बार-बार पूछने पर उसने अपना नाम निशीथ मृधा और घर नदिया जिले के चाकदाह थाना क्षेत्र स्थित ब्रह्मपाड़ा में बताया. उसने अपने बेटे का नाम भी बताया, लेकिन यह नहीं बता सका कि बेटा उसे क्यों छोड़ गया. उसने यह भी बताया कि वह कभी उत्तर 24 परगना के खड़दा में एक मिठाई की दुकान में काम करता था. बताया जा रहा है कि बेटे द्वारा पिता को छोड़े जाने की खबर मिलने पर एक पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचा था और उसने एक घंटे के भीतर कार्रवाई का आश्वासन दिया था. लेकिन चार दिन बीत जाने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है. इस मामले की सूचना अस्पताल अधीक्षक और अन्य अधिकारियों को दी गयी है, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला है. अस्पताल आने वाले अन्य मरीज और उनके परिजन इस अमानवीय दृश्य को देखकर सवाल उठा रहे हैं कि आखिर क्यों अस्पताल और प्रशासन इस बेसहारा व्यक्ति के लिए कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.
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