आज भरा जायेगा नामंकन
तीन जुलाई को ‘अध्यक्ष अभिनंदन’ समारोह के दौरान नये अध्यक्ष के नाम की हो सकती है घोषणा मांकन
अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए जारी हुई अधिसूचना
कोलकाता. पश्चिम बंगाल में आगामी विधानसभा चुनाव में एक साल से भी कम समय बचा है. ऐसे में भाजपा में पार्टी की प्रदेश इकाई का प्रमुख बनने की होड़ तेज हो गयी है. गहन विचार-विमर्श के बीच भाजपा इस हफ्ते अपने पश्चिम बंगाल अध्यक्ष की घोषणा कर सकती है. भाजपा के निर्वाचन अधिकारी और विधायक दीपक बर्मन ने चुनाव कार्यक्रम की पुष्टि करते हुए एक अधिसूचना जारी की, जिससे इस बात को लेकर अटकलें शुरू हो गयीं हैं कि अगले साल अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले प्रदेश इकाई की कमान किसे मिलेगी. पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन बुधवार को स्वीकार किये जायेंगे. नामांकन पत्रों की जांच और नाम वापस लेने की प्रक्रिया भी उसी दिन होगी. अधिसूचना के मुताबिक, उम्मीदवारों की अंतिम सूची बुधवार शाम छह बजे जारी की जायेगी. प्रदेश भाजपा के एक नेता ने पुष्टि की कि ”ऑपरेशन सिंदूर” के लिए वैश्विक संपर्क अभ्यास में शामिल सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल के सभी भाजपा सदस्यों ने सोमवार को पार्टी अध्यक्ष से मुलाकात की. श्री भट्टाचार्य बंगाल में पार्टी के शुरुआती दिनों से ही उसके साथ जुड़े हुए हैं. उन्हें एक निष्पक्ष और व्यापक रूप से स्वीकार्य चेहरा माना जाता है. भाजपा के एक पदाधिकारी ने कहा, ‘‘वह (भट्टाचार्य) पार्टी के भीतर गुटबाजी से काफी हद तक दूर रहे हैं, स्पष्टवादी हैं, मीडिया की समझ रखते हैं और संगठन के भीतर उनका कोई विरोध नहीं दिखता है.’’
वनस्पति विज्ञान के प्रोफेसर डॉ मजूमदार ने सितंबर 2021 में दिलीप घोष की जगह प्रदेश अध्यक्ष का पद संभाला था. वह बालुरघाट लोकसभा सीट से दो बार के सांसद हैं. सूत्रों ने बताया कि अंतिम फैसले की घोषणा संभवतः तीन जुलाई को कोलकाता के साइंस सिटी ऑडिटोरियम में औपचारिक ‘अध्यक्ष अभिनंदन’ समारोह के दौरान की जायेगी.
बंगाल भाजपा के एक नेता ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर स्वीकार किया, ‘‘शमिक दा फिलहाल दौड़ में सबसे आगे हैं. वह एक ऐसे चेहरे की जरूरत पूरी करते हैं, जो जमीनी स्तर और केंद्रीय नेतृत्व दोनों को आकर्षित कर सके.’’
भाजपा का संविधान मजूमदार को प्रदेश अध्यक्ष के रूप में दूसरा कार्यकाल संभालने की अनुमति देता है. उन्होंने 2021 में पदभार ग्रहण करने के बाद से एक कार्यकाल पूरा कर लिया है. एक अन्य भाजपा नेता ने कहा, ‘‘लेकिन मंत्री पद की जिम्मेदारी के मद्देनजर उनके लिए दोनों भूमिकाओं के साथ न्याय करना कठिन होता जा रहा है. और पार्टी अपने ”एक व्यक्ति, एक पद” नीति के बारे में स्पष्ट है.’’
अगर चुनाव की जरूरत हुई, तो राज्य परिषद के 415 सदस्य मतदान करेंगे. हालांकि, ज्यादातर नेताओं को उम्मीद है कि यह प्रक्रिया निर्विरोध होगी.
एक से अधिक उम्मीदवार होने पर गुरुवार को होगा चुनाव
भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि अगर एक से अधिक उम्मीदवार मैदान में रहते हैं, तो मतदान गुरुवार को दोपहर 12 बजे से शुरू होगा और नतीजे दोपहर 1.30 बजे तक घोषित कर दिये जायेंगे.’’ हालांकि, पार्टी के कई नेताओं का कहना है कि यह प्रक्रिया महज एक औपचारिकता है और केंद्रीय नेतृत्व की ओर से सर्वसम्मति से चुने गये उम्मीदवार का नाम बिना किसी मुकाबले के घोषित कर दिया जायेगा. भाजपा के भीतर एक वर्ग ने किसी अनुभवी नेता को प्रदेश प्रमुख बनाने की वकालत की है और इस कड़ी में एक नाम जो सबसे ज्यादा चर्चा में है, वह है भाजपा के राज्यसभा सदस्य और वरिष्ठ नेता शमिक भट्टाचार्य का. श्री भट्टाचार्य के सोमवार को दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास का अचानक दौरा करने से अटकलों को बल मिला है.
राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिले शमिक भट्टाचार्य
पार्टी के एक सूत्र ने कहा, ‘‘ऐसी खबरें हैं कि उन्हें (भट्टाचार्य को) आधिकारिक चैनल के माध्यम से आमंत्रित किया गया था और वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद की मौजूदगी में नड्डा के साथ उनकी बैठक हुई, जो बंगाल भाजपा अध्यक्ष चुनाव प्रक्रिया की निगरानी कर रहे हैं. इसे महज इत्तफाक नहीं माना जा सकता.’’ हालांकि, श्री भट्टाचार्य ने कहा कि नड्डा के साथ उनकी मुलाकात ”ऑपरेशन सिंदूर” के बाद हाल ही में संपन्न संसदीय प्रतिनिधिमंडल की यात्रा के बारे में जानकारी देने के लिए थी, लेकिन सूत्रों ने संकेत दिया कि मंगलवार को सीलबंद लिफाफे में एकमात्र उम्मीदवार के रूप में उनका नाम ही पेश किया जा सकता है, जो सर्वसम्मति वाले नेता के चयन की ओर इशारा करता है.
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