कोलकाता. बांग्लादेश का प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) पश्चिम बंगाल और असम में आतंकवाद का जाल फैलाने की फिराक में था. इस संबंध में बंगाल एसटीएफ ने मुर्शिदाबाद जिला जज की अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया. एबीटी के आठ नेताओं के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया. आरोप पत्र में जिनके नाम हैं उनमें मुस्तकीम, साजिबुल, अब्बास, मिनारुल और साद शामिल हैं. अदालत सूत्र बताते हैं कि आरोप पत्र में बताया गया है कि एबीटी की जड़ें असम में हैं, वहीं से वे बंगाल में संदिग्ध आतंकी बंगाल की सीमा में दाखिल हुए थे. मुस्तकीम संगठन की विभिन्न शाखाओं का प्रमुख है. साजिबुल से पूछताछ के बाद पता चला कि साल की शुरुआत में मुर्शिदाबाद और मालदह के तीन पर्यटन स्थलों पर हमला करने की योजना बनायी गयी थी. संगठन हथियार खरीदने की भी योजना बना रहा था. बंगाल एसटीएफ ने चार्जशीट में दावा किया कि असम पुलिस ने मुर्शिदाबाद से एबीटी के उग्रवादियों को गिरफ्तार किया था, लेकिन वे पहले से ही संगठन पर नजर रख रहे थे. असम पुलिस ने एबीटी उग्रवादियों की योजना के बारे में जानकारी मिलने के बाद पश्चिम बंगाल पुलिस को सूचित किया. इसके बाद बंगाल एसटीएफ ने सक्रिय होकर तुरंत कार्रवाई की.
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