कोलकाता. नौकरी की मांग पर ””योग्य”” शिक्षक सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करने से पहले नयी नियुक्तियों के बारे में कोई भी कदम उठाने से कतरा रहे हैं. साथ ही उन्होंने एसएससी द्वारा जारी फॉर्म भरने संबंधी अधिसूचना को वापस लेने की मांग को लेकर गुरुवार को जुलूस निकालने का आह्वान भी किया है. वहीं राज्य सरकार तय समय के भीतर नियुक्ति प्रक्रिया पूरी करना चाहती है. इस मामले पर शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु का साफ कहना है, परीक्षा निर्धारित समय पर ही होगी, जिसकी सूचना पहले ही दी गयी है. ध्यान रहे, एसएससी के खिलाफ एक मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. शिक्षा मंत्री ने उस मामले में राज्य की छवि खराब करने का आरोप लगाया है. उन्होंने यह भी कहा कि परीक्षा को लेकर एक मामला दायर किया गया था और राज्य ने इसमें जीत हासिल की. मुझे नहीं पता कि कुछ लोग परीक्षा के साथ क्या कर रहे हैं. हालांकि, उनमें से अधिकांश अब परीक्षा देने के लिए तैयार हैं, लेकिन कुछ लोग सरकार के फैसले को लेकर अड़चनें पैदा कर रहे हैं. वहीं ””योग्य शिक्षक- शिक्षा अधिकार मंच”” के सदस्य गुरुवार को रैली निकालेंगे. उनकी मांग है कि एसएससी द्वारा जारी फॉर्म भरने संबंधी अधिसूचना को वापस लिया जाये. इसके अलावा शिक्षकों ने दिल्ली दरबार को पत्र लिखकर अखिल भारतीय दलों से समर्थन मांगा है. ””””बेरोजगार”””” शिक्षकों की मांग है कि वे पुनर्विचार याचिका से पहले नयी भर्ती प्रक्रिया के लिए आवेदन नहीं करेंगे और न ही परीक्षा देंगे. सरकार को फॉर्म भरने की अधिसूचना वापस लेनी चाहिए. साथ ही सरकार को यह भी बताना चाहिए कि कौन से शिक्षक स्कूलों में जा रहे हैं. गौरतलब है कि एसएससी नयी भर्ती के लिए 14 जुलाई तक आवेदन स्वीकार करेगा. इसका शिक्षक विरोध कर रहे हैं, वहीं शिक्षा मंत्री ने कहा कि परीक्षा तय समय पर ही होगी.
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