संवाददाता, कोलकाता
आइआइएम जोका के मैनेजमेंट हॉस्टल में एक युवती के साथ कथित दुष्कर्म के मामले में सोमवार को अलीपुर कोर्ट में पीड़िता अपना बयान दर्ज कराने नहीं पहुंची. पुलिस का कहना है कि वे पीड़िता से मेडिकल जांच के लिए भी संपर्क नहीं कर पा रहे हैं. सरकारी वकील सौरिन घोषाल ने अदालत को बताया कि पीड़िता इस समय मानसिक तनाव से जूझ रही है और इससे उबरने की कोशिश कर रही है. उम्मीद जतायी जा रही है कि शायद वह मंगलवार को अदालत में अपना गोपनीय बयान दर्ज करा सके.
इधर, इस मामले की सुनवाई के दौरान आरोपी के वकील सुब्रत सरदार ने अलीपुर कोर्ट में एक अर्जी दाखिल की है. उन्होंने मांग की है कि पीड़िता के पिता का बयान, जो मीडिया में प्रसारित हुआ है, उसे केस रिकॉर्ड में दर्ज किया जाये. वकील ने तर्क दिया कि पीड़िता के पिता ने बेटी के दुष्कर्म का शिकार होने से पूरी तरह इनकार किया है और उन्होंने सोशल मीडिया पर इससे जुड़ा बयान भी दिया है. चूंकि हरिदेवपुर थाने की पुलिस ने दुष्कर्म का मामला दर्ज किया है, इसलिए यह बेहद महत्वपूर्ण है कि पीड़िता के पिता मीडिया के सामने दुष्कर्म की घटना से इनकार कर रहे हैं. इस पर सरकारी वकील सौरिन घोषाल ने अपनी बात दोहराते हुए कहा कि पीड़िता मानसिक तनाव की स्थिति से उबरने की कोशिश कर रही है और हो सकता है कि मंगलवार को वह अदालत में गोपनीय बयान दर्ज करा सके.
गौरतलब है कि इस घटना के बाद से पीड़िता ने अब तक न तो अपनी मेडिकल जांच करायी है और न ही उसने वह पोशाक या अपना मोबाइल फोन पुलिस को सौंपा है, जिससे पुलिस जांच की प्रक्रिया को आगे बढ़ा सके.
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