शादी वाले घरों पर लगाना होगा ‘यह बाल विवाह नहीं है’ का पोस्टर

बाल विवाह रोकने के लिए हुगली जिला प्रशासन की अनोखी पहल

By GANESH MAHTO | July 21, 2025 12:50 AM
an image

कोलकाता. बाल विवाह रोकने के लिए, खासकर दूर-दराज के पिछड़े इलाकों में, हुगली जिला प्रशासन ने एक अभिनव आदेश जारी किया है. अब जिले में किसी भी लड़की की शादी वाले घर पर एक पोस्टर लगाना अनिवार्य होगा, जिस पर स्पष्ट रूप से लिखा होगा- यह बाल विवाह नहीं है. यह दिशानिर्देश विशेष रूप से उन शादियों पर लागू होगा जहां रूपोश्री परियोजना से वित्तीय सहायता ली जा रही है. इस योजना के तहत सरकार 25,000 रुपये की सहायता प्रदान करती है.

प्रशासन का उद्देश्य

हालांकि, हर जगह बाल विवाह को पूरी तरह रोकने में अभी भी कामयाबी नहीं मिल पा रही है. कई बार प्रशासन की नजर से बचने के लिए गुपचुप तरीके से शादियां करा दी जाती हैं. इसीलिए, इस बार निगरानी के साथ एक नयी रणनीति अपनायी गयी है. शादी के दिन समारोह के दौरान ही जागरूकता का संदेश देने के लिए घर के बाहर ‘यह बाल विवाह नहीं है’ का पोस्टर लगाना अनिवार्य कर दिया गया है.

नियम सिर्फ पोस्टर तक सीमित नहीं

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

संबंधित खबर और खबरें

 

 

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version