नदिया जिले की कृष्णानगर नगरपालिका तृणमूल कांग्रेस के पार्षदों के लगातार विरोध प्रदर्शन के कारण ठप हो गयी है. नगरपालिका की सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हैं और चेयरमैन को अपने कार्यालय में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जा रही है. यह विरोध प्रदर्शन कई महीनों से जारी है.
गौरतलब है कि गत दो मई को कृष्णानगर नगरपालिका के कई पार्षदों ने नगरपालिका चेयरमैन के आवास के सामने धरना दिया था. उनका मुख्य आरोप यह था कि नगरपालिका का पारदर्शी बजट पेश नहीं किया गया है. इसके अतिरिक्त, पार्षद नगरपालिका के सफाई कर्मचारियों के लिए बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली लागू करने का भी विरोध कर रहे हैं. तृणमूल पार्षदों के विरोध प्रदर्शन के कारण कृष्णानगर नगरपालिका में अभी भी अव्यवस्था का माहौल बना हुआ है.
चर्चा विफल, गतिरोध अब भी बरकरार
इस घटना के बाद नगरपालिका चेयरमैन रीता दास ने सभी पार्षदों के साथ चर्चा करने का आश्वासन दिया था. हालांकि, आरोप है कि अभी तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है. मंगलवार और बुधवार को भी नगरपालिका के अंदर पार्षदों का विरोध प्रदर्शन जारी रहा. बुधवार को स्थिति और बिगड़ गयी जब नगरपालिका चेयरमैन रीता दास को उनके कार्यालय में प्रवेश करने से रोक दिया गया.
चेयरमैन को हाइकोर्ट के फैसले पर भरोसा
इस संदर्भ में नगरपालिका चेयरमैन रीता दास ने कहा कि विपक्षी पार्षदों ने बजट प्रस्तुति को लेकर हाइकोर्ट में याचिका दायर की है और वह हाइकोर्ट के फैसले का सम्मान करेंगी. दूसरी ओर, बजट में कथित भ्रष्टाचार के कारण नगरपालिका की सेवाएं अभी भी बाधित हैं और तृणमूल पार्षद अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखे हुए हैं.
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