‘ऑपरेशन बंगाल’ विपक्ष को खत्म करने की एक साजिश

श्रीरामपुर से तृणमूल सांसद कल्याण बंद्योपाध्याय ने केंद्र सरकार और गृहमंत्री अमित शाह पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर केंद्र की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किये और आरोप लगाया कि ‘ऑपरेशन पश्चिम बंगाल’ विपक्ष को खत्म करने की एक सोची-समझी साजिश है.

By BIJAY KUMAR | June 2, 2025 11:09 PM
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हुगली.

श्रीरामपुर से तृणमूल सांसद कल्याण बंद्योपाध्याय ने केंद्र सरकार और गृहमंत्री अमित शाह पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर केंद्र की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किये और आरोप लगाया कि ‘ऑपरेशन पश्चिम बंगाल’ विपक्ष को खत्म करने की एक सोची-समझी साजिश है. कल्याण बंद्योपाध्याय ने कहा कि पहलगाम में आतंकी घुस आये, लोगों को गोली मारी और फिर आराम से निकल भी गये. उस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह क्या कर रहे थे? क्या वे सो रहे थे? बीएसएफ कहां थी? सीआइएसएफ कहां थी? कल्याण ने तंज कसते हुए कहा कि अगर पश्चिम बंगाल में कोई एक पत्थर भी फेंके, तो तुरंत बीएसएफ और सीआइएसएफ पहुंच जाती हैं. लेकिन जम्मू-कश्मीर में आतंकी बेधड़क घुस आते हैं और केंद्र सरकार मूकदर्शक बनी रहती है. क्या अब पाकिस्तान कोई नया आतंकी देश बन गया है कि पहले मोदी और शाह के बयान का इंतजार करना पड़ता है?उन्होंने गृहमंत्री को निशाने पर लेते हुए आरोप लगाया कि सबसे ज्यादा ‘रिगिंग’ अमित शाह ने ही करवाई है. वह ‘रिगिंग मास्टर”” हैं. गुजरात में क्या उन्होंने कम रिगिंग की है?

ऑपरेशन सिंदूर नाकामी का सबूत

सांसद ने आगे कहा कि 2024 के चुनाव से पहले कहा गया था कि भाजपा 400 सीटें लायेगी. क्या हुआ? ये दोनों (मोदी और शाह) नाकारा लोग हैं. ‘ऑपरेशन सिंदूर”” करना पड़ा, क्योंकि इनकी नाकामी उजागर हो गयी. अब ‘ऑपरेशन पश्चिम बंगाल’ चला रहे हैं, ताकि हमें खत्म कर सकें. अगर हिम्मत है तो आम चुनाव कराओ, पश्चिम बंगाल की जनता जवाब देगी. मुर्शिदाबाद में अनुच्छेद 355 लागू करने का प्रयास किया गया, लेकिन सरकार ऐसा कर नहीं पायी.

मुख्य चुनाव आयुक्त किसका आदमी है?

कल्याण ने सवाल उठाया : मुख्य चुनाव आयुक्त किसका आदमी है? किसने उसे नियुक्त किया? बीएसएफ, सीआइएसएफ सभी आपके अधीन हैं. गुंडे, दादागिरी करने वाले, हत्यारे सब आपके साथ हैं, लेकिन बंगाल की जनता आपके साथ नहीं है. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर संसद में कभी ऑपरेशन पहलगाम पर बहस हुई, तो ‘ऑपरेशन मोदी’ और ‘ऑपरेशन अमित शाह’ की सच्चाई भी सामने आ जायेगी.

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