संवाददाता, कोलकाता
मुख्यमंत्री के निर्देश पर तृणमूल का एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने गुरुग्राम में ””””प्रभावित”””” पश्चिम बंगाल के प्रवासी मजदूरों से मुलाकात की. उन्होंने मंगलवार को गुरुग्राम का दौरा किया और वहां की स्थिति का जायज़ा लिया. तृणमूल सूत्रों के अनुसार, प्रतिनिधिमंडल रात में दिल्ली लौटने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक रिपोर्ट भेजेगा. भाजपा शासित हरियाणा में बंगाल के 30 मजदूरों को हिरासत में लिये जाने के बाद उन्हें प्रताड़ित किये जाने के आरोप लगे हैं. बंगाल में सत्तारूढ़ दल का दावा है कि भाजपा सरकार की पुलिस बांग्ला भाषियों को व्यवस्थित तरीके से परेशान कर रही है. पुलिस ने पिछले शुक्रवार को सभी 30 मजदूरों को रिहा कर दिया था. तृणमूल का दावा है कि पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों के 30 मजदूरों को बांग्ला बोलने के ””अपराध”” में गुरुग्राम के एक ””””हिरासत शिविर”””” में रखा गया था. तृणमूल सहित विपक्षी गठबंधन द्वारा संसद में विरोध प्रदर्शन के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया. इसके बाद ममता ने राज्य की स्थिति का जायजा लेने के लिए अपने प्रतिनिधि गुरुग्राम भेजे. प्रतिनिधिमंडल में राज्यसभा सांसद ममता बाला ठाकुर, प्रकाश बड़ाइक, बर्दवान पूर्व से सांसद शर्मिला सरकार, जयनगर से सांसद प्रतिमा मंडल आदि शामिल थीं. सूत्रों का कहना है कि ये सांसद रिपोर्ट में अपने अनुभव साझा करेंगे. वे बंगाल में ””””प्रताड़ित”””” प्रवासी मज़दूरों की दुर्दशा को उजागर करेंगे. इस बारे में ममता बाला ने कहा, “बंगाल के जो लोग वहां (गुरुग्राम) गये थे, उनके साथ हमारे अनुभव से हम कह सकते हैं कि लोग जानवरों के साथ ऐसा व्यवहार नहीं करते. हम उस अनुभव को पार्टी नेत्री के साथ जल्दी से साझा करना चाहते हैं. केवल वही इन पीड़ितों की मदद कर सकती हैं.
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