पीएनबी के वरिष्ठ प्रबंधक समेत कोलकाता से दो लोग गिरफ्तार

सीबीआइ ने 183 करोड़ रुपये की फर्जी बैंक गारंटी जमा करने से संबंधित वित्तीय धोखाधड़ी के मामले में गुरुवार व शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के अलावा नयी दिल्ली, गुजरात, झारखंड व मध्य प्रदेश के करीब 23 स्थानों पर छापेमारी की.

By AKHILESH KUMAR SINGH | June 21, 2025 1:31 AM
an image

183 करोड़ के फर्जी बैंक गारंटी घोटाले में सीबीआइ की कार्रवाई

केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) ने करीब 183 करोड़ रुपये (183.21 करोड़) की फर्जी बैंक गारंटी जमा करने से संबंधित वित्तीय धोखाधड़ी के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए गुरुवार व शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के अलावा नयी दिल्ली, गुजरात, झारखंड व मध्य प्रदेश के करीब 23 स्थानों पर छापेमारी की. इस दौरान कोलकाता के दो परिसरों में भी अभियान चलाया गया. इसके बाद कोलकाता से पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के एक वरिष्ठ प्रबंधक सहित दो लोगों की गिरफ्तारी हुई. गिरफ्तार बैंक के वरिष्ठ प्रबंधक का नाम गोविंद चंद्र हांसदा है. अन्य आरोपी का नाम मोहम्मद फिरोज खान है. दोनों को इस दिन यहां स्पेशल सीबीआइ कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर इंदौर ले जाने का अनुमति जांच एजेंसी को मिल गयी. क्या है मामला : मध्य प्रदेश के उच्च न्यायालय के निर्देशों के बाद सीबीआइ ने इस वर्ष नौ मई को तीन अलग-अलग मामले दर्ज किये थे. ये मामले इंदौर स्थित एक निजी कंपनी मेसर्स तीर्थ गोपीकॉन लिमिटेड द्वारा मध्य प्रदेश जल निगम लिमिटेड (एमपीजेएनएल) को 183.21 करोड़ रुपये की फर्जी बैंक गारंटी जमा करने से संबंधित वित्तीय धोखाधड़ी से जुड़े हैं. कंपनी ने एमपीजेएनएल से वर्ष 2023 में मध्य प्रदेश में 974 करोड़ रुपये की सिंचाई की तीन परियोजनाएं हासिल कीं. इन अनुबंधों का समर्थन करने के लिए 183.21 करोड़ की आठ फर्जी बैंक गारंटी जमा की गयीं. अब तक की जांच से पता चला है कि कोलकाता स्थित एक सिंडिकेट कई राज्यों में सरकारी ठेके हासिल करने के लिए व्यवस्थित रूप से फर्जी बैंक गारंटियां तैयार कर उन्हें प्रसारित कर रहा है. सीबीआइ की जांच जारी है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

संबंधित खबर और खबरें

 

 

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version