प्रतिनिधि, हिंगलगंज.
उत्तर 24 परगना जिले के हिंगलगंज में एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक बांग्लादेशी नागरिक प्रभास मंडल पर भारत की मतदाता सूची में नाम होने और बांग्लादेशी पहचान पत्र रखने का आरोप है. यह घटना कुछ महीने पहले सामने आये न्यूटन दास के मामले से मिलती-जुलती है, जो बांग्लादेश और भारत दोनों जगह मतदान करता था.
जानकारी के अनुसार, प्रभास मंडल ने बानी मंडल नामक महिला को अपनी मां बताकर भारत का मतदाता पहचान पत्र बनवाया है. शुक्रवार को जब प्रभास के घर संपर्क किया गया, तो वह नहीं मिला. उसकी पत्नी रीता मंडल ने बताया कि वह काम से कोलकाता गये हैं. पहचान पत्र के संबंध में पूछे जाने पर रीता मंडल ने दावा किया कि प्रभास 30 साल पहले यहां आये थे और बचपन से यहीं रह रहे हैं. हालांकि, स्थानीय निवासी मोहम्मद इसाक गाजी ने इस दावे का खंडन करते हुए बताया कि प्रभास पहले बांग्लादेश में रहते थे और कुछ साल पहले ही यहां आकर जमीन खरीदी है. गाजी ने पुष्टि की कि प्रभास के पास भारत और बांग्लादेश दोनों के वोटर कार्ड हैं.
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए जिला भाजपा के नेताओं ने तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधा है. बशीरहाट जिले के भाजपा नेता पलाश सरकार ने आरोप लगाया कि हजारों बांग्लादेशी न केवल हिंगलगंज में, बल्कि राज्य के हर सीमावर्ती इलाके में तृणमूल कांग्रेस की छत्रछाया में हैं और उनके वोटों के बल पर ही वे सत्ता में हैं.
दूसरी ओर, हिंगलगंज के तृणमूल विधायक देवेश मंडल ने इसके लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को जवाब देना चाहिए कि इस व्यक्ति का वोटर कार्ड कैसे बना और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को यह बताना चाहिए कि वह भारत में कैसे घुसा. देवेश मंडल ने स्पष्ट किया कि किसी को भी नागरिक बनाना उनकी जिम्मेदारी नहीं है. इस मामले की जानकारी मिलने के बाद प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है.
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