निगम के मनरेगा (शहरी) श्रमिकों को इस साल की शुरुआत से ही वेतन नहीं मिल रहा है. इससे करीब 14,600 श्रमिक प्रभावित हैं. इनके लिए शनिवार को मेयर ने खुशखबरी दी. उन्होंने निगम के मासिक अधिवेशन में भाजपा पार्षद मीना देवी पुरोहित और वाममोर्चा पार्षद नंदिता राय के एक सवाल के जवाब में कहा कि जनवरी से ही निगम के मनरेगा श्रमिकों को वेतन नहीं मिल रहा है.
By BIJAY KUMAR | March 22, 2025 11:28 PM
कोलकाता.
निगम के मनरेगा (शहरी) श्रमिकों को इस साल की शुरुआत से ही वेतन नहीं मिल रहा है. इससे करीब 14,600 श्रमिक प्रभावित हैं. इनके लिए शनिवार को मेयर ने खुशखबरी दी. उन्होंने निगम के मासिक अधिवेशन में भाजपा पार्षद मीना देवी पुरोहित और वाममोर्चा पार्षद नंदिता राय के एक सवाल के जवाब में कहा कि जनवरी से ही निगम के मनरेगा श्रमिकों को वेतन नहीं मिल रहा है. इनके बकाया वेतन के भुगतान के लिए निगम लंबे समय से कोशिश कर रहे था. निगम आयुक्त धवल जैन के नेतृत्व में हाल में ही सचिवालय में बैठक भी हुई. वेतन भुगतान के लिए फंड भी तैयार है. अब तक फाइनेंस विभाग की अनुमति नहीं मिल पाने के कारण मनरेगा श्रमिकों का वेतन भुगतान नहीं हो पा रहा था. आगामी दो-तीन दिनों के अंदर ही श्रमिकों के बकाये वेतन का भुगतान कर दिया जायेगा.
केंद्र ने मनरेगा के बकाये का भुगतान कर दिया, तो इस्तीफा दे दूंगा
मेयर ने सदन में कहा कि मनरेगा के तहत केंद्र ने राज्य सरकार को एक लाख 70 हजार करोड रुपये का भुगतान नहीं किया है. इस कारण हमें परेशानी हो रही है. इस पर मीना देवी ने कहा कि 100 दिन रोजगार योजना के तहत राज्य में काफी घोटाले हुए हैं. इस वजह से ही केंद्र की ओर से राशि आवंटित नहीं की जा रही है. जवाब में मेयर ने कहा कि घोटाले तो उत्तर प्रदेश में भी हुए है. पर पैसे केवल बंगाल का आवंटन रोका गया है. नंदिता राय और भाजपा पार्षदों ने निगम के मनरेगा श्रमिकों का वेतन बढ़ाने की मांग की. इस पर कटाक्ष करते हुए मेयर ने कहा कि आप हमारा एक लाख 70 हजार करोड़ रुपये का बकाया दिलवा दीजिए, हम मनरेगा श्रमिकों का वेतन दोगुना बढ़ा देंगे. उन्होंने यह भी कहा कि यदि केंद्र बकाया भुगतान कर देता है, तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे. लेकिन ऐसा नहीं होता है, तो मीना देवी इस्तीफा दें.
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