सरहुल पर्व झारखंड में बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है. आदिवासी शुरू से ही प्रकृति के उपासक माने जाते हैं. सरहुल पर्व के दिन आदिवासी प्रकृति की पूजा करते हैं. धर्म गुरू डॉ प्रवीण उरांव बताते हैं कि सरहुल पर्व का आदिवासियों के लिए बहुत महत्व है. सरहुल में हर कोई यही कामना करता है कि फसल अच्छी हो, तभी मानव जाती अच्छे से खा पायेगा.
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