अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, यह कदम राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकारी आदेश के तहत उठाया गया है. 22 जनवरी को दिए गए बयान में मंत्रालय ने बताया कि राष्ट्रपति के आदेश पर महज 36 घंटों के भीतर इन जवानों को तैनात करने का निर्णय लिया गया. राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने शपथग्रहण के तुरंत बाद मेक्सिको से सटी सीमा पर आपातकाल की घोषणा करते हुए सेना को तुरंत कार्रवाई के आदेश दिए थे.
इस तैनाती के तहत 1,000 सैनिक और 500 मरीन उन जवानों में शामिल हैं, जो इससे पहले कैलिफोर्निया के जंगलों में लगी आग से निपटने के लिए स्टैंडबाय पर थे. अब इन्हें मेक्सिको सीमा पर तैनात किया गया है. पहले से ही सीमा पर मौजूद 2,500 सैनिकों के साथ इन नए जवानों के जुड़ने से सीमा पर सैनिकों की संख्या में 60% की वृद्धि हुई है.
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अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने यह भी बताया कि सीमा पर सक्रिय ग्राउंड फोर्स के साथ-साथ हवाई सुविधा भी प्रदान की जा रही है. सैन डिएगो और एल पासो, टेक्सास के सीमाई क्षेत्रों में हिरासत में लिए गए 5,000 से अधिक अवैध प्रवासियों को एयरलिफ्ट के माध्यम से डिपोर्ट करने की तैयारी की जा रही है. इसके अलावा, अब तक 538 अवैध अप्रवासियों को डिपोर्ट किया जा चुका है.
सीमा पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए आधुनिक उपकरण भी शामिल किए गए हैं. इसमें दो सी-130 हरक्यूलिस और दो सी-17 ग्लोबमास्टर विमानों के साथ यूएच-72 लकोटा हेलिकॉप्टर भी तैनात किए गए हैं. साथ ही, सीमा पर खुफिया सेवाओं को मजबूत किया गया है ताकि अवैध प्रवासियों की पहचान कर उन्हें डिपोर्ट किया जा सके. यह कार्रवाई अमेरिकी सरकार के उस संकल्प को दर्शाती है, जिसमें सीमा पर सुरक्षा और अवैध प्रवास को रोकने को प्राथमिकता दी गई है.