पाकिस्तान में क्या है औरंगजेब को लेकर सोच
पाकिस्तान में औरंगजेब को लेकर सोच बिल्कुल अलग है. पाकिस्तान की पाठ्य पुस्तकों में औरंगजेब को एक आदर्श मुस्लिम शासक के रूप में प्रस्तुत किया गया है. पाकिस्तान में उसे इस्लाम के प्रति अपनी निष्ठा और अपनी शासन शैली के लिए सराहा जाता है. उसे एक ऐसे नेता के रूप में देखा जाता है जिसने अपने धार्मिक विश्वासों को सर्वोपरि रखा और इस्लाम के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को महत्व दिया.
पाकिस्तान में अकबर और औरंगजेब को लेकर अलग है विचार
पाकिस्तान में अकबर के बारे में आमतौर पर नकारात्मक विचार व्यक्त किए जाते हैं. इसके विपरीत, औरंगजेब को इस्लामिक राष्ट्रवाद के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया जाता है. पाकिस्तान के मशहूर कवि और विचारक अल्लामा इकबाल ने औरंगजेब को एक राष्ट्रवादी नेता के रूप में माना और इसे भारत में मुसलमानों के राष्ट्रीय आंदोलन का संस्थापक बताया. इसके अलावा, मौलाना अबुल अला मौदूदी जैसे प्रभावशाली नेताओं ने भी औरंगजेब की इस्लाम के प्रति प्रतिबद्धता की सराहना की है और उसे एक आदर्श मुस्लिम शासक के रूप में प्रस्तुत किया है.
नागपुर में बढ़ा विवाद लगाया गया कर्फ्यू
औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर तनाव के बाद भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत नागपुर शहर के कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. महाराष्ट्र पुलिस की एक आधिकारिक अधिसूचना में इस संबंध में जानकारी दी गई है. नागपुर पुलिस आयुक्त रविन्द्र कुमार सिंघल द्वारा जारी आधिकारिक आदेश के अनुसार, प्रतिबंध अगले आदेश तक लागू रहेंगे. कर्फ्यू कोतवाली, गणेशपेठ, तहसील, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरानगर और कपिलनगर पुलिस थाना सीमाओं पर लागू किया गया है.
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