दरअसल, कोरोना के बढ़ते प्रकोप से वहां पर टॉयलेट पेपर की भारी कमी आ गयी और स्थानीय प्रशासन इसे मुहैया कराने में असफल रही, जिसके बाद अखबार ने यह प्रयोग करने का निर्णय लिया.
अखबार एनटी न्यूज के इस फैसले की आस्ट्रेलिया में जहां सराहना हो रही है. वहीं कई संस्था इसकी आलोचना भी कर रही है.
सीएनएन न्यूज रिपोर्ट के अनुसार, उत्तरी आस्ट्रेलिया में गुरूवार को अखबार ने अपने आठ फेज खाली छोड़ दिये. इन पेजों में सिर्फ वाटर मार्क लगाकर छोड़ दिया गया. वहीं, इसपर अखबार ने कहा है कि यह एक प्रयोग है, जिसमें हमने लोगों को बताया है कि टॉयलेट पेपर खरीदने से पहले किस चीज की जरूरत है.
एनटी न्यूज के संपादक ने कहा है कि गुरूवार कके समाचार पत्र में आपको 8 पेज का टॉयलेट पेपर मिल सकता है, टॉयलेट पेपर की चिंता नहीं की जानी चाहिए.
अखबार के इस प्रयोग पर अमेरिकी पत्रकार स्टीवन डेविस ने लिखा, ‘डॉट कॉम ऐसा नहीं कर सकता है.’ वहीं एकऔर पत्रकार जेकी वोंग ने इसे प्रिंट मीडिया का पुनरुत्थान बताया.
इससे पहले आस्ट्रेलिया में कोरोनावायरस के बढ़ रहे प्रकोप के कारण #ToiletPaperEmergency और #ToiletPaperApocalypse जैसे हैशटैग ट्विटर पर ट्रैंड कर रहा था.
इस प्रयोग के कारण कई लोगों ने अखबार पर मीम बनाना शुरू कर दिया है तो, वहीं कई लोग इस तरह की प्रयोग को पत्रकारिता की साख से जोड़ रहे हैं औ अकबार की आलोचना कर रहे हैं.