दक्षिण कोरियाई वायुसेना ने एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि यह हादसा फायरिंग रेंज के बाहर बम गिरने की वजह से हुआ. वायुसेना ने इस गंभीर गलती पर खेद व्यक्त किया और घटना की जांच के लिए एक विशेष समिति गठित करने की घोषणा की. न्यूज एजेंसी एपी की रिपोर्ट के अनुसार, वायुसेना और सेना संयुक्त रूप से अभ्यास कर रहे थे, जिसमें दुश्मन के ठिकानों पर हवाई हमले करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा था.
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इस घटना में 6 नागरिकों के अलावा 2 सैनिक भी घायल हुए हैं. राहत की बात यह है कि सभी घायलों की स्थिति स्थिर बताई जा रही है. इसके अलावा, बम गिरने से कम से कम 7 इमारतों को नुकसान पहुंचा है. वायुसेना ने कहा कि वे पीड़ितों की मदद के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे और इस गलती से सबक लेकर भविष्य में ऐसी घटना न हो, इसका ध्यान रखा जाएगा.
इस हादसे के बाद पोशिओन इलाके के निवासियों में भारी गुस्सा देखा गया. स्थानीय लोगों ने इस घटना के विरोध में प्रदर्शन किया और कहा कि वे लंबे समय से अपने इलाके में मिलिट्री ट्रेनिंग ग्राउंड बनाए जाने का विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि इस तरह के अभ्यास से उनकी दिनचर्या प्रभावित होती है और जान-माल के नुकसान का खतरा हमेशा बना रहता है.
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दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि गुरुवार को अमेरिकी सेना के साथ मिलकर एक लाइव-फायर अभ्यास किया जा रहा था. इसके बाद अगले साल से इसे सालाना अभ्यास के रूप में किया जाएगा. सोमवार से अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच वार्षिक ‘फ्रीडम एक्सरसाइज’ शुरू होनी है, जो 20 मार्च तक चलेगी. ऐसे में इस घटना का होना दुर्भाग्यपूर्ण माना जा रहा है.