अमेरिका से 5 फरवरी को पहला मिलिट्री प्लेन भारत पहुंचा था जिसमें लगभग 104 अवैध प्रवासी सवार थे. यह प्लेन अमृतसर पहुंचा था. पहले जत्थे में सब्सए अधिक हरियाणा और गुजरात के लोग थे. इसके बाद दूसरा प्लेन 15 फरवरी को पहुंचा जिसमें 120 अवैध भारतीय प्रवासी सवार थे. दूसरा प्लेन भी अमृतसर ही पहुंचा था.
अमेरिका का सबसे बड़ा डिपोर्टेशन
अमेरिका के इतिहास का सबसे बड़ा डिपोर्टेशन शुरूहो गया है. इस प्रोग्राम में प्रवासियों को अपने देश भेजने की कवायद तेज हो गई है. ब्लूमबर्ग के रिपोर्ट के अनुसार 18000 भारतीयों को घर भेजने की तैयारी है जो अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे हैं.
ट्रैवल एजेंट ने धोखा दिया
निर्वासित लोगों के परिजनों ने बताया कि उन्होंने कृषि भूमि और मवेशियों को गिरवी रखकर पैसे जमा किए थे. उज्ज्वल भविष्य के लिए इन्हें विदेश भेजा था. होशियारपुर जिले के टांडा क्षेत्र के कुराला कलां गांव निवासी दलजीत सिंह के परिवार ने कहा कि एक ट्रैवल एजेंट ने उनके साथ धोखाधड़ी की. दलजीत की पत्नी कमलप्रीत कौर ने आरोप लगाया कि उनके पति को ट्रैवल एजेंट ने धोखा दिया, जिसने उन्हें अमेरिका के लिए सीधी उड़ान का वादा किया था, लेकिन इसके बजाय उन्हें अवैध तरीके वहां पहुंचा दिया.
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